भिलाई के नेहरू नगर जोन में निगम ने शनि मंदिर प्रांगड़ में तोड़फोड़ की।
निगम अमला शनि मंदिर को तोड़ने जा रहा था। यह देख लोग आक्रोशित हो गए और
विरोध पर उतर आए। इस पर जोन आयुक्त ने कहा कि मंदिर की आड़ में निगम की
बेशकीमती जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। लोगों के विरोध को देखते हुए निगम
अधिकारी ने मंदर को न तोड़ने की बात कही। इसके बाद उन्होंने मंदिर के आसपास
किए गए निर्माण को तोड़ा और वहां से चले गए। नेहरू नगर जोन के आयुक्त
राजेंद्र नायक ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली थी कि निर्माणाधीन ईएसआईसी
हॉस्पिटल के पास कुछ लोग मंदिर की आड़ में कब्जा कर रहे हैं। निगम आयुक्त
को यह भी बताया गया कि यदि वहां तोड़फोड़ करेंगे तो लोगों का विरोध होगा।
इसे देखते हुए नायक ने इसकी जानकारी तहसीलदार और पुलिस को दी। इसके बाद
निगम अमला वहां बुलडोजर लेकर पहुंचा। वह लोग शनि मंदिर को तोड़ने ही वाले
थे कि वहां के पुजारी रामजीत तिवारी व अन्य लोग विरोध करने लगे। मामला
बढ़ते देख सीएमओ ने कहा कि मंदिर को वह लोग नहीं तोड़ेंगे, लेकिन उसके अगल
बगल जो निर्माण किया जा रहा है, उसे तोड़ना पड़ेगा। इस पर लोगों ने हामी
भरी। गुरुवार देर शाम निगम अमले ने तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू, जो कि रात
तक चली।
कई लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
मंदिर तोड़ने की बात को लेकर कुछ लोग इसे धार्मिक मुद्दा बना रहे थे। वह लोग बार बार निगम के बुलडोजर के सामने आ रहे थे। पुलिस ने उन्हें मना किया। जब वह लोग नहीं माने तो स्मृति नगर पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर गाड़ी में ले गई। कार्रवाई चलते तक उन्हें थाने में बैठाकर रखा गया, इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
लोगों ने लगाया निगम अधिकारियों पर गंभीर आरोप
विरोध में खड़े पंडित उत्कर्ष भट्ट ने बताया कहा कि शनि मंदिर कई सालों से यहां बना है। निगम ने जानबूझ कर इसे तोड़ा है। उनका आरोप है कि इसी रोड में निगम की जमीन पर कुछ लोग दुकान बनाकर व्यवसाय कर रहे हैं। निगम उन अवैध दुकानों को तोड़ने की कार्रवाई नहीं कर रहा है।
मंदिर तोड़ने की बात को लेकर कुछ लोग इसे धार्मिक मुद्दा बना रहे थे। वह लोग बार बार निगम के बुलडोजर के सामने आ रहे थे। पुलिस ने उन्हें मना किया। जब वह लोग नहीं माने तो स्मृति नगर पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर गाड़ी में ले गई। कार्रवाई चलते तक उन्हें थाने में बैठाकर रखा गया, इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
लोगों ने लगाया निगम अधिकारियों पर गंभीर आरोप
विरोध में खड़े पंडित उत्कर्ष भट्ट ने बताया कहा कि शनि मंदिर कई सालों से यहां बना है। निगम ने जानबूझ कर इसे तोड़ा है। उनका आरोप है कि इसी रोड में निगम की जमीन पर कुछ लोग दुकान बनाकर व्यवसाय कर रहे हैं। निगम उन अवैध दुकानों को तोड़ने की कार्रवाई नहीं कर रहा है।