बरेली। पांच वर्षीय मासूम को चाचा ने ही हवस का शिकार बना लिया। सहमी मासूम जैसे-तैसे घर पहुंची। बेटी की हालत देख मां को अनहोनी का अंदेशा हुआ, पूछा तो उसने मां को आपबीती सुनाई। यह सुन मां अवाक रह गईं। पुलिस को पूरा मामला बताया गया। तत्काल ही पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। मां के शिकायती पत्र पर आरोपित के विरुद्ध प्राथमिकी लिखकर जेल भेज दिया गया। घटनाक्रम जिले के एक थानाक्षेत्र की है।
मां ने बताया कि बेटी बीते सोमवार को शाम सात बजे के करीब घर के सामने स्थित परचून की दुकान के पास खेल रही थी। तभी पड़ोस में ही रहने वाला चाचा उसे चीज दिलाने के बहाने पास के ही निर्माणाधीन मकान में ले गया। फिर गलत काम किया। बेटी घर पहुंची तो देखते ही जोर-जोर से रोने लगी।
किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी
मां ने पूछा तो उसने बताया कि आरोपित चीज दिलाने के बहाने उसे मकान में ले गया। वहां अंधेरा बहुत था। बेटी ने शोर मचाने की कोशिश की तो आरोपित ने मुंह दबा दिया और दुष्कर्म किया। फिर धमकाते हुए कहा कि किसी को कुछ बताना नहीं, नहीं तो जान से मार दूंगा। वारदात के बाद खुद ही मासूम को परचूनी की दुकान के पास छोड़ गया। बेटी ने असहनीय पीड़ा होने की बात बताई। मां ने देखा तो वह खून से लथपथ थी। कपड़े बहुत गंदे थे।
अस्पताल पहुंचे डीएम, घटनास्थल पर गए एसएसपी
मासूम से दुष्कर्म की जानकारी होते ही एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान तत्काल ही एसपी देहात मुकेश चंद्र मिश्र व फोर्स संग रात में ही घटनास्थल पर पहुंचे। घटना के बारे में पीड़ित परिवार से पूरी जानकारी ली। आरोपित की तलाश के लिए टीमें गठित की। कुछ ही समय में आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया। सुबह डीएम रविंद्र कुमार ने जिला महिला अस्पताल पहुंचकर मासूम का हाल जाना। डाक्टर से उसके बारे में जानकारी ली।
एसपी देहात मुकेश चंद्र मिश्र के मुताबिक, मां के शिकायती पत्र पर आरोपित के विरुद्ध प्राथमिकी लिखकर उसे जेल भेज दिया गया। प्रकरण में अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।
परिवार को धमकाकर चार घंटे कराता रहा पंचायत
पीड़ित की मां के मुताबिक, घटना शाम सात बजे की है। बेटी ने जब पूरी कहानी बताई तो वह आरोपित के पास पहुंची। इस पर वह धमकाने लगा। कहने लगा कि कुछ करा नहीं सकती हो। जो हुआ सो हुआ, बैठकर पंचायत कर लो। मां ने विरोध किया तो आरोपित ने धमकाया। बात आसपास के लोगों को पता चली। कई लोग आरोपित के पक्ष में आए और सामाजिक लोप-लाज का भय दिखाकर पंचायत कराकर मामले को निपटाने की सलाह दी। करीब चार घंटे तक पंचायत चलती रही। इसी बीच किसी ग्रामीण को पूरे घटनाक्रम के बारे में भनक लगी। उसने पुलिस को सूचना दे दी।
घटना के दौरान शराब के नशे में था आरोपित
एसएसपी को घटना की जानकारी दी गई। तत्काल ही पुलिस को अलर्ट किया गया और थाना पुलिस पहुंची। एसएसपी भी पहुंचे। इस बीच आरोपित भाग उठा। फिर घेराबंदी करके पुलिस ने तत्काल ही उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने घटना स्वीकारी। शराब के नशे में होने की बात कही। मंगलवार को पुलिस ने आरोपित का मेडिकल कराया, फिर जेल भेज दिया।