हमीरपुर :– विकास खण्ड सुमेरपुर के ग्राम पंचायतो में सरकारी धन का जमकर दुरुपयोग किया जा रहा है। ग्राम प्रधानों और सचिवों की मिली भगत से निधियों का पैसा बर्बाद किया जा रहा है। ज्ञात हो कि ग्राम पंचायतो मे गांव के विकास के लिये सरकार बजट भेजती है मगर भ्रष्ठाचारी दिमाक इस कदर हावी है कि पंचायतो के खाते मे जैसे ही सरकार से बजट का पैसा आता है तो प्रधान और सचिव मिल कर उसे बंदर बाट कर लेते है भ्रष्ठाचार उजागर न हो पाये इसके लिये वो कुछ अपने चहेते लोगो के खाते मे भी कहीं विज्ञापन के नाम पर कहीं शुभकमनाए कलैण्डर व फर्जी टेंडर विज्ञप्ति के नाम पर सीधे निजी लोगो के पर्सनल खाते मे भुगतान कर दिया जाता है । जब कि शासन के सख्त निर्देश है कि किसी पर्सनल नाम पर भुगतान नही किया जा सकता है परन्तु शासन के आदेश को ठेगा दिखाकर ग्राम पंचायत टेढ़ा मे दिनांक 3/10/2024 को अपने चाहते लोगो के निजी खाते पर कलैण्डर और विज्ञापन के नाम पर 15000 का भुगतान कर दिया गया है इसी प्रकार से इसी ग्राम पंचायत मे न्यूज पोर्टलो को भी 3000 से लेकर 5100 तक के भुगतान आंख बंद करके किया गया है । इसी प्रकार से ग्राम पंचायत कुमहुपुर मे भी दिनांक 10/01/2023 को 12,500 रुपये के भुगतान निजी खातो मे प्रशासनिक व्यय के नाम पर किये गये और विज्ञापन के नाम पर 5000-5000 हजार रुपये के भुगतान निजी नाम पर किये गये है और विदोखर मेंदनी मे दिनांक 7/05/2024 को 7200 सौ रुपये का भुगतान शुभकमनाएं और बधाई के नाम पर निजी खाते मे किया गया और पांच पांच हजार रुपये के भुगतान विज्ञापन के नाम पर किये गये है । इसी प्रकार मवईजार ग्राम पंचायत का भी हाल है वहां पर भी दिनांक 30/01/2024 को एक निजी चैनल के नाम 15000 रुपये का भुगतान टेंडर विज्ञप्ति व स्वच्छता संदेश के नाम किया गया है और 4200 रुपये का टेंडर विज्ञप्ति का भुगतान अपने चहते लोगो के खाते मे किया गया है ।
इस प्रकार से ग्राम पंचायतो के विकास कार्यो के लिये आये पैसा का दुरुपयोग करके बिना अवश्यक कार्यो का भुगतान फर्जी ढ़ग से किया गया है जब की हर ग्राम पंचायत मे सोसल ऑर्डिट टीम छः माह में आडिट कर कार्यो की गुणवता और भुगतानो को मौके पर जाकर देखा जाता है मगर टीम सिर्फ खाना पूर्ति करके दक्षिणा लेकर सभी कार्यो को सही ठहरा कर अपनी मुहार लगा देती है जो एक गम्भीर जांच का विषय है ।