नई दिल्ली : रूस से कड़ी प्रतिस्पर्धा के कारण भारत के लिए इराक ने तेल की कीमत कम कर दी है। उद्योग मंत्रालय की ओर से प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार इराक से आयातित तेल की कीमत जनवरी में 78.92 डॉलर प्रति बैरल थी। अब यह घटकर 76.19 डॉलर प्रति बैरल हो गई। हालांकि, आंकड़ों में रूस से आयात होने वाले तेल कीमत का जिक्र नहीं किया गया है।
रूस से दोस्ती, भारत को डबल फायदा
रूस से भारत का क्रूड ऑयल का इम्पोर्ट मार्च में बढ़कर 16.4 लाख बैरल प्रति दिन के नए हाई पर पहुंच गया है। इस तरह रूस से भारत का ऑयल इम्पोर्ट इराक की तुलना में दोगुना हो गया है। एनर्जी कार्गो ट्रैकर वॉर्टेक्सा के मुताबिक, रूस लगातार छठे महीने भारत का सबसे बड़ा क्रूड ऑयल सप्लायर बना हुआ है। भारत के क्रूड ऑयल के इम्पोर्ट में रूस का हिस्सा एक-तिहाई से ज्यादा है। फरवरी 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने से पहले भारत के क्रूड ऑयल के इम्पोर्ट में रूस की बाजार हिस्सेदारी 1% से भी कम थी। मार्च में रूस से भारत का क्रूड ऑयल इम्पोर्ट बढ़कर 16.4 लाख बैरल पर डे हो गया। भारत के इम्पोर्ट में रूस की हिस्सेदारी 34% हो गई है।
इराक के मुकाबले रूस से खरीदा ज्यादा तेल
रूस से भारत की नजदीकी किसी से छिपी नहीं है। रूस से भारत का कच्चे तेल का इंपोर्ट मार्च में बढ़कर 16.4 लाख बैरल प्रतिदिन (बीपीडी) पर पहुंच गया है। इराक के मुकाबले रूस से से भारत से दोगुना तेल खरीदा है। इस तरह रूस से भारत का तेल आयात इराक की तुलना में दोगुना हो गया है। रूस लगातार छठे महीने भारत का सबसे बड़ा कच्चा तेल सप्लायर बना हुआ है। कच्चे तेल के आयात में रूस की हिस्सेदारी एक-तिहाई से अधिक हो गई है।