नई दिल्ली
भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन वनडे मैच की सीरीज का पहला मुकाबला ऑकलैंड में खेला गया। इस मैच में मेजबानों ने टीम इंडिया को 7 विकेट से धूल चटाकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई। भारत की हार के बाद क्रिकेट पंडित टीम की परफॉर्मेंस पर चर्चा कर रहे हैं। बल्लेबाजी में जहां ऋषभ पंत और सूर्यकुमार जैसे बल्लेबाजों ने निराश किया, वहीं गेंदबाजी में युजवेंद्र चहल और अर्शदीप जैसे खिलाड़ी फ्लॉप रहे। इसके अलावा भारत ने कई कैच भी गंवाए जो टीम इंडिया की हार की मुख्य वजह में से एक है।
इसके अलावा कप्तान शिखर धवन की खिलाड़ियों के चयन की रणनीति पर भी सवाल उठ रहे हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे में टीम के स्टार स्विंग गेंदबाज दीपक चाहर को जगह नहीं मिली, उनके ऊपर शार्दुल ठाकुर को चुना गया था। दीपक चाहर शुरुआती ओवर में विकेट लेने में माहिर हैं, वह अपनी स्विंग गेंदबाजी से विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान करना जानते हैं। इसके अलावा धवन से प्लेइंग इलेवन में एक और चूक यह हुई कि वह सिर्फ 5 ही गेंदबाजों के साथ मैदान पर उतरे।
हार्दिक पांड्या टी20 सीरीज के बाद घर लौट चुके हैं, वहीं रविंद्र जडेजा चोटिल होने की वजह से बाहर हैं। यह दो खिलाड़ी टीम इंडिया में ऑलराउंडर की अहम भूमिका निभाते हैं। इनकी गैरमौजूदगी में दीपक हुड्डा ही टीम में ऐसे खिलाड़ी हैं जो ऑलराउंडर की भूमिका अदा कर सकते हैं। हालांकि इसके बावजूद धवन ने उन्हें मौका नहीं दिया।
धवन की 5 गेंदबाजों की रणनीति से टीम इंडिया को यह नुकसान हुआ कि भारत के पास कोई अन्य बॉलिंग विकल्प नहीं था। टीम में धवन के अलावा गिल, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत और संजू सैमसन थे। इनमें से कोई भी खिलाड़ी गेंदबाजी नहीं करता। ऐसे में भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे में 6ठें गेंदबाज की कमी महसूस हुई।
भारतीय बॉलिंग अटैक की बात करें तो वॉशिंगटन सुंदर को छोड़कर हर गेंदबाज ने 6 से अधिक की इकॉन्मी से रन लुटाए। वहीं वनडे क्रिकेट में डेब्यू कर रहे अर्शदीप सिंह ने 8.1 ओवर में बिना कोई विकेट लिए सबसे अधिक 68 रन खर्च किए। अगर यहां धवन के पास कोई ऑलराउंडर होता तो शायद अर्शदीप को शुरुआती पिटाई के बाद इतने ओवर नहीं दिए जाते।
शिखर धवन के पास दीपक हुड्डा के रूप में ही एकमात्र ऑलराउंडर का विकल्प है। अगर भारत दूसरे वनडे में भी 5 गेंदबाजों के साथ उतरता है तो उन्हें दीपक हुड्डा को खिलाने की जरूरत है, नहीं तो टीम दीपक चाहर समेत 6 गेंदबाजी विकल्प के साथ भी उतर सकता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि रणनीति बदलने से किस बल्लेबाज का पत्ता कटेगा।