वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में कथित रूप से विफल हत्या की साजिश में एक भारतीय को दोषी ठहराए जाने के बीच विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक बयान दिया।
प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बयान में कहा कि अमेरिका इस मामले को बहुत गंभीरता से ले रहा है। भारत ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। अब इस जांच के नतीजों का इंतजार करना है।
मामले की चलेगी जांच
मैथ्यू ने कहा कि मैं मामले को लेकर टिप्पणी नहीं करूंगा क्योंकि यह एक कानून प्रवर्तन से जुड़ा मामला है। जब अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) मामला पेश कर रहा है तो मेरा इस मामले में कुछ भी कहना अनुचित है। एजेंसी एएनआई के अनुसार, मैथ्यू ने कहा कि हम सरकार को वरिष्ठ स्तर पर देख रहे हैं। राज्य सचिव ने इसे सीधे अपने विदेशी समकक्ष के साथ उठाया है।
मैथ्यू का यह बयान तब आया जब अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा सिख अलगाववादी आंदोलन के एक अमेरिकी नेता और न्यूयॉर्क में एक नागरिक की हत्या की नाकाम साजिश में कथित संलिप्तता के लिए एक भारतीय नागरिक के खिलाफ अभियोग को खारिज किया।
न्याय विभाग ने किया यह दावा
न्याय विभाग ने दावा किया कि एक भारतीय सरकारी कर्मचारी (जिसका नाम CC-1 है), जिसकी पहचान मैनहट्टन की एक संघीय अदालत में दायर अभियोग में नहीं की गई थी, ने हत्या को अंजाम देने के लिए एक हिटमैन को नियुक्त करने के लिए निखिल गुप्ता नामक एक भारतीय नागरिक को भर्ती किया था, जो था अभियोजकों के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों द्वारा विफल कर दिया गया। गुप्ता फिलहाल हिरासत में हैं और उन पर भाड़े के बदले हत्या का आरोप लगाया गया है, जिसमें अधिकतम 10 साल जेल की सजा का प्रावधान है।