नई दिल्ली: टीम इंडिया की घर में अजेय समझने की गलतफहमी थोड़ी दूर हुई होगी जब शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विशाखापत्तनम में खेले गए दूसरे वनडे में उसे शेष गेंदों के लिहाज से अपने इतिहास की सबसे बड़ी हार झेलनी पड़ी। भारतीय टीम घरेलू मैदान पर अपने दूसरे न्यूनतम स्कोर 117 रन पर सिमट गई। इस टारगेट को ऑस्ट्रेलिया ने 234 गेंद रहते सिर्फ 11 ओवर में ही हासिल कर लिया। टीम इंडिया 26 ओवर खेल सकी थी इस तरह से यह वनडे मुकाबला कुल 37 ओवर ही चला।
इससे पहले गेंदों के लिहाज से भारत को सबसे बड़ी हार न्यूजीलैंड के खिलाफ हैमिलटन में 2019 में झेलनी पड़ी थी। तब कीवी टीम ने 212 गेंद रहते लक्ष्य को हासिल कर लिया था। इस तरह से भारत छठी बार वनडे में 10 विकेट से हारा है, जबकि दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया ने उसे घुटनों पर ला दिया। भारत को इस तरह हराने में ऑस्ट्रेलिया के दो मिचेल का हाथ रहा। मिचेल स्टार्क ने पहले बोलिंग में कहर बरपाया तो मिचेल मार्श ने बैटिंग में।
टीम | कहां | कब |
न्यूजीलैंड | मेलबर्न | 10 जनवरी 1981 |
वेस्टइंडीज | ब्रिजटाउन | 3 मई 1997 |
साउथ अफ्रीका | शारजाह | 22 मार्च 2000 |
साउथ अफ्रीका | ईडन गार्डंस | 25 नवंबर 2005 |
ऑस्ट्रेलिया | वानखेड़े | 14 जनवरी 2020 |
ऑस्ट्रेलिया | विशाखापत्तनम | 19 मार्च 2020 |
मिचेल स्टार्क ने तोड़ी कमर
भारत को मिली इस करारी हार की नींव बाएं हाथ के पेसर स्टार्क ने रखी। साल 2010 में विशाखापत्तनम में ही भारत के खिलाफ वनडे डेब्यू में विकेट नहीं ले सकने वाले स्टार्क ने 53 रन देकर पांच विकेट लिए जिसमें से चार पहले स्पेल में लिए गए। भारत का कोई बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना नहीं कर सका। विराट कोहली ने 35 गेंद में 31 रन बनाए जबकि अक्षर पटेल ने नाबाद 29 रन की पारी खेली जिसमें दो छक्के शामिल थे।
अक्षर ने मिचेल की लगातार दो गेंदों पर ये दो छक्के नहीं जड़े होते तो शायद भारत पहले बैटिंग करते हुए वनडे के अपने न्यूनतम स्कोर (112 बनाम श्रीलंका, 2017, धर्मशाला) से भी कम स्कोर पर सिमट गया होता। स्टार्क ने पहले स्पेल में छह ओवर में 31 रन देकर चार विकेट चटकाए। उन्होंने शुभमान गिल (0), रोहित शर्मा (13), सूर्यकुमार यादव (0) और केएल राहुल (नौ) को आउट किया। भारत के चार बल्लेबाज तो अपना खाता भी नहीं खोल सके। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने शॉन एबॉट की गेंद पर हार्दिक पंड्या (1) का अद्भुत कैच लिया। इस पर कॉमेंटेटर के बीच चर्चा शुरू हो गई कि क्या यह ‘कैच ऑफ द सेंचुरी’ है।
मिचेल मार्श ने ठंडा किया जोश
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने तीसरे न्यूनतम स्कोर का बचाव करने उतरी टीम इंडिया के जोश को इस बार फिर ठंडा करने का काम ऑस्ट्रेलिया के दोनों ओपनर मिचेल मार्श और ट्रेविस हेड ने किया। खासकर मार्श ने बेरहमी के साथ बल्लेबाजी की। पिछले मैच में भी अर्धशतक जमाने वाले मार्श ने 36 गेंद पर 66* रन की नाबाद पारी खेली जिसमें छह चौके और छह छक्के शामिल रहे। दूसरे छोर से हेड ने 51* रन (30 गेंद) बनाए, जिसमें कुल 10 चौके शामिल रहे। ऑस्ट्रेलिया ने 11 ओवर में बिना किसी नुकसान के 121 रन बनाए और विजयी चौका मार्श ने अक्षर पटेल की गेंद पर जड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने इस तरह महज 66 गेंद और 53 मिनट में यह मैच जीत लिया।
- 4 चौथा न्यूनतम स्कोर रहा भारत का वनडे क्रिकेट में घरेलू मैदान पर। घर पर न्यूनतम स्कोर 78 रहा है, जो श्रीलंका खिलाफ 1986 में बना था
- 6 छठी बार है जब भारत को वनडे इंटरनैशनल में 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा है। ऑस्ट्रेलिया ने ऐसे दूसरी बार हराया है
- 9वीं बार मिचेल स्टार्क ने वनडे इंटरनैशनल में पांच विकेट लेने का कमाल किया है। साल 2012 के बाद से कोई दूसरा बोलर पांच से ज्यादा बार पांच विकेट नहीं ले सका है