नई दिल्ली: वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में अंजनी तेली को लेकर चल रहे विवाद पर इंटरनेशनल बॉक्सिंग फेडरेशन ने क्लीन चीट दे दी है। देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित महिला विश्व चैम्पियनशिप में अंजनी नेपाल की ओर से खेल रही हैं। अंजनी पर ऐस आरोप थे कि अंजनी तेली नेपाल के लिए खेलने की पात्रता नहीं रखती जिसके बाद आईबीए ने मामले की जांच की थी। यह आरोप लगाया गया था कि दिल्ली में जन्मी इस मुक्केबाज के पास दो पासपोर्ट हैं।
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने आधिकारिक बयान में कहा कि अंजनी ने 2021 में राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में हेमलता गुप्ता के नाम से खेला था और पहचान के रूप में आधार कार्ड दिया था। आईबीए ने हालांकि कहा, ‘दिल्ली में जन्मी मुक्केबाज अंजनी तेली के पास कभी भारतीय पासपोर्ट नहीं था और न ही वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए खेली। उसने इस मामले में आईबीए के तकनीकी और प्रतिस्पर्धा नियमों का उल्लंघन नहीं किया। आठ साल पहले वह नेपाल की नागरिक बनी और नेपाल के लिए इस टूर्नामेंट में खेल सकती है।’
इस पूरे विवाद पर अंजनी तेली ने भी अपना पक्ष रखा है। इस पूरे मामले पर एनबीटी से बातचीत में हेमलता ने बताया कि उनके पिता नेपाल से हैं और उनके पास वहां की भी नागरिकता है। उनकी मां दिल्ली से हैं और उनके पास भारतीय आधार कार्ड भी है।
अंजनी को लेकर यह कहा गया कि वह भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग मैचों में भाग ले चुकी हैं। हालांकि यह पूरी तरह से सही नहीं है। वह 2021 में दिल्ली स्टेट बॉक्सिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था और चैंपियन भी बनीं थी। उसी साल हिसार में सीनियर नैशनल विमिंस चैंपियनशिप में भी उतरीं जहां वह मेडल राउंड तक नहीं पहुंच सकीं। नैशनल में खेलने वाले खिलाड़ियों के पास पासपोर्ट होना अनिवार्य होता है।
पासपोर्ट नहीं होने की स्थिति में खिलाड़ी को नैशनल में भागीदारी के समय इसके लिए आवेदन का स्लिप दिखाना होता है। अंजनी से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैंने पासपोर्ट के लिए दिल्ली में अप्लाई किया था, लेकिन वह रिजेक्ट हो गया। इसके बाद नेपाल से मैंने कुछ दिनों पहले ही पासपोर्ट बनवाया है।’
इस मामले में नेपाल के हेड कोच प्रचंड शर्मा ने एनबीटी से बातचीत में अंजनी का बचाव करते हुए कहा, ‘आईबा ने मामले में क्लीन चिट दे दी है। उसने जांच में पाया है कि अंजनी का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कहीं और कोई भागीदारी नहीं है। यही वजह है कि वह सोमवार को भी अपना मुकाबला खेलेंगी। वैसे भी भारत और नेपाल के बीच नागरिकता को लेकर कोई खास समस्या नहीं है। नेपाल के कई खिलाड़ी भारत के लिए मेडल जीतते रहे हैं।’