आगरा। आगरा के जगनेर में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्चविद्यालय सेवा केंद्र में सगी बहनों एकता सिंघल और शिखा सिंघल की आत्महत्या के मामले में सुसाइड नोट के सीसीटीवी फुटेज के रूप में अहम साक्ष्य पुलिस को मिले हैं।
दोनों बहनों ने जिस कमरे में आत्महत्या की, वहां सीसीटीवी लगा था। फुटेज में दोनों बहनें एक साथ गले पर फंदा कसते हुए दिखाई दे रही हैं। एकता का फंदा टूटने पर उन्होंने साड़ी से दोबारा गले पर उसे कसा था। सामूहिक आत्महत्या से पहले एकता ने आरोपित नीरज सिंघल को मोबाइल से वायस मैसेज भेजा था। इसमें कहा है कि उनकी मौत के बाद वह भी चैन से नहीं रह पाएंगे।
एकता और शिखा ने की थी आत्महत्या
तांतपुर की रहने वाली 38 वर्षीय एकता सिंघल और उनकी छोटी बहन 34 वर्षीय शिखा सिंघल ने शुक्रवार रात आश्रम में आत्महत्या कर ली थी। एकता और शिखा ने आत्महत्या से पूर्व विस्तृत सुसाइड नोट लिखा था। इसमें आश्रम से जुड़ी मुरैना की रहने वाली पूनम, धौलपुर निवासी नीरज सिंघल, ताराचंद और गुड्डन को अपनी आत्महत्या का जिम्मेदार ठहराया था।
आश्रम पर लगाए आरोप
दोनों बहनों ने आश्रम में कई अनैतिक गतिविधियां संचालित होने का भी आरोप लगाया था। नीरज और पूनम पर आश्रम के लिए रखे 25 लाख रुपये ले जाने का आरोप है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तीन आरोपितों ताराचंद, गुड्डन और पूनम को जेल भेज चुकी है।
सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लिया
पुलिस ने एकता और शिखा के कमरे में लगे सीसीटीवी की डिजीटल वीडियो रिकार्डिंग (डीवीआर) शुक्रवार रात को ही कब्जे में ले ली थी। सगी बहनों के स्वजन और विशेषज्ञ की मदद से सोमवार को पुलिस ने पासवर्ड का पता लगा कैमरे की रिकार्डिंग देखी।
बहनों ने रात लगभग सवा ग्यारह बजे आत्महत्या की थी। इससे पहले अपना सुसाइड नोट आश्रम के वाट्सएप ग्रुप में प्रसारित किया था। इसके बाद एकता और शिखा ने तेजी से साड़ी से फंदा बनाया। गले में कसने के बाद कुर्सी पर खड़े होकर फंदे का दूसरा सिरा पंखे से बांध कर लटक गईं।
शिखा की फंदे पर लटकने पर मौत हो गई थी। जबकि एकता का फंदा टूट गया था। उन्होंने दूसरी साड़ी से दोबारा फंदा बनाया और लटक गईं थीं। एकता ने नीरज को भेजे वायस मैसेज में बोला था कि उसने उन्हें धोखा दिया है। बुलाने पर भी नहीं आया। जिस तरह उन लोगों ने परेशान किया, अब वह लोग परेशान होंगे। उनकी मौत के बाद वह लोग भी चैन से नहीं रह पाएंगे।
माउंट आबू में नहीं मिला आरोपित नीरज
माउंट आबू में मुख्य आरोपित नीरज सिंघल पुलिस के हाथ नहीं आया। नीरज के माउंट आबू में होने की जानकारी पुलिस को मिली थी। टीम आरोपित की गिरफ्तारी को वहां गई थी। वह जिस कंपनी में काम करता है, पुलिस ने वहां उसके लोगों से जानकारी की है। एसीपी खेरागढ़ सर्किल महेश कुमार ने बताया कि नीरज सिघल की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।
सुसाइड नाेट में लिखी एक-एक लाइन की हो विस्तृत जांच
एकता और शिखा ने चार पेज का सुसाइड नोट लिखा है। स्वजन की मांग है, इसमें लिखी हर लाइन की पुलिस विस्तृत जांच करे। इससे आश्रम में संचालित हो रही कई अनैतिक गतिविधियों का पर्दाफाश हो सकता है। स्वजन का कहना है कि एकता और शिखा ने सुसाइड नोट में आश्रम को शिक्षा केंद्र में बदलने की इच्छा भी व्यक्त की है।
नेताओं के साथ हैं फोटो
आश्रम से जुडे माउंट आबू में रहने वाले नीरज सिंघल के इंटरनेट मीडिया प्रोफाइल में कई बड़े राजनीतिक लोगों के साथ फोटो हैं। इन फोटो को देखकर लोग नीरज से प्रभावित हो जाते थे। पुलिस अब आरोपित के इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म के विभिन्न अकाउंट को खंगाल रही है।
आश्रम ने नीरज को पकड़ने के लिए सभी केंद्रों किया सतर्क
पुलिस जांच को देखते हुए माउंट आबू आश्रम ने एकता और शिखा की आत्म्हत्या के मामले में अपने सभी केंद्राें को सतर्क किया है। नीरज का फोटो सभी केंद्रों को भेजा गया है। किसी भी केंद्र पर उसके जाने पर तत्काल सूचना देने की कहा गया है।