भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव में प्रमुख घटक के रूप में इंटरनेशनल साइंस फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया का आयोजन भी 21 से 23 जनवरी तक भोपाल में होगा।
इस अंतरराष्ट्रीय विज्ञान फिल्मोत्सव में 59 देशों से विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार पर आधारित कुल 437 फिल्म प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं। आईएसएफएफआई के समन्वयक और विज्ञान प्रसार के वरिष्ठ वैज्ञानिक श्री निमिष कपूर ने बताया है कि “विज्ञान फिल्मोत्सव के अंतर्गत विज्ञान, प्रौद्योगिकी और शोध तथा विकास से जुड़े विविध विषयों पर चार श्रेणियों में फिल्म प्रविष्टियां आमंत्रित की गई थीं। प्राप्त 437 प्रविष्टियों में से 61 भारतीय और 33 विदेशी फिल्मों को समारोह के लिए नामांकित किया गया है। भारत, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, रूस, कनाडा, इज़राइल, फिलीपींस, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया सहित अन्य देशों की पुरस्कृत विज्ञान फिल्मों की विशेष स्क्रीनिंग फिल्मोत्सव में की जाएगी। फिल्म महोत्सव में किसी प्रकार का शुल्क नहीं रखा गया है।
इन फिल्मों की स्क्रीनिंग में बच्चों और छात्रों समेत हर आयु वर्ग के लोग आकर फिल्में देख सकते हैं। विज्ञान फिल्म महोत्सव का आयोजन पं. खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद कॉलेज भोपाल में किया जा रहा है।
आईएसएफएफआई के लिए नामांकित फिल्मों का चयन विशिष्ट निर्णायक मंडल द्वारा किया गया है। विज्ञान कथा, विज्ञान वृत्तचित्र, एनिमेशन, लघु फिल्म और सूचनात्मक विज्ञान वीडियो के रूप में प्रतिभागियों से गत 25 दिसंबर तक फिल्म प्रविष्टियां आमंत्रित की गई थीं। आईएसएफएफआई की श्रेणियों में स्थायी विकास के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार; जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार; बेहतर जीवन के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार; और एक गैर-प्रतिस्पर्धी श्रेणी शामिल है। फिल्म महोत्सव में विज्ञान फिल्मों के अवलोकन के साथ-साथ दर्शकों को फिल्मकारों से मिलने का अवसर भी मिल सकता है।
विज्ञान फिल्मोत्सव की तीन प्रतियोगी श्रेणियों के अंतर्गत चुनी गई उत्कृष्ट विज्ञान फिल्मों के लिए 11 पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे। विज्ञान फिल्म महोत्सव वैज्ञानिक चेतना, तार्किकता एवं विश्लेषणात्मक सोच को आकार देने में भूमिका निभाता है। दूसरी ओर, फिल्म जैसे लोकप्रिय माध्यम द्वारा यह महोत्सव उत्साही छात्रों और फिल्मकारों को विज्ञान से जुड़ने का अवसर भी प्रदान करता है।