इस्लामाबाद/चीन: पाकिस्तान को बेहद ऊंचे ब्याज दर पर अरबों डॉलर का कर्ज देकर महाकंगाल करने वाले चीन ने अब इसका ठीकरा अमेरिका समेत पश्चिमी देशों के सिर पर फोड़ा है। चीन ने दावा किया है कि वह हमेशा ही अपने ‘आयरन ब्रदर’ पाकिस्तान की आर्थिक और वित्तीय मदद करता है। चीन ने अमेरिका की ओर इशारा करते हुए कहा कि कुछ विकसित देशों की वित्तीय नीतियों की वजह से पाकिस्तान समेत कई विकासशील देशों में आर्थिक संकट चल रहा है। चीन ने यह भी मांग कर डाली कि पाकिस्तान के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए सभी पक्ष ठोस कदम उठाएं।
अमेरिका ने दी थी नसीहत, इसलिए भड़का है चीन
चीन की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, ‘इस बात पर निश्चित रूप से ध्यान दिया जाना चाहिए कि कुछ विकसित देशों की वित्तीय नीतियां मुख्य रूप से पाकिस्तान समेत कई विकासशील देशों की आर्थिक मुसीबतों के लिए जिम्मेदार हैं।’ माओ निंग ने कहा कि पश्चिमी देशों के नेतृत्व वाले व्यवसायिक लोन दाता देशों और बहुपक्षीय वित्तीय संस्थान विकासशील देशों के लिए मुख्य रूप से लोन देने वाले रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘चीन और पाकिस्तान सदाबहार रणनीतिक सहयोगी देश रहे हैं और आयरन ब्रदर हैं। दोनों ही पक्षों ने एक-दूसरे की मदद की है।’
माओ ने कहा, ‘चीन ने हमेशा से ही पाकिस्तान के साथ आर्थिक और वित्तीय सहयोग किया है और इस्लामाबाद को आर्थिक विकास, जीवनस्तर उठाने में मदद की है।’ चीनी प्रवक्ता कुछ भी दावा करें लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की आर्थिक बर्बादी में एक बड़ा रोल चीन का है जिसने अपने बेल्ट एंड रोड परियोजना के नाम पर पाकिस्तान को कर्ज से लाद दिया है। उनका कहना है कि पाकिस्तान अगर आर्थिक संकट निकल नहीं पाया तो वह चीन का गुलाम बन जाएगा। अमेरिका ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि वह चीन को अपने कर्ज को रिस्ट्रक्चर करने के लिए कहे। अमेरिका के इस बयान से चीन भड़का हुआ है।