नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए क्या सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से एजेंडा सेट कर दिया गया है। एक ओर राहुल गांधी की अगुवाई में भारत जोड़ो यात्रा शुरू है और इसके बीच में विपक्ष को एकजुटज करने की कोशिश की जा रही है। राहुल गांधी की ओर से केंद्र सरकार पर हमला जारी है। वहीं दूसरी ओर राम मंदिर , गंगा विलास क्रूज, काशी कॉरिडोर और न्यू इंडिया के सहारे बीजेपी का भी लगभग एजेंडा सेट है। चुनाव से पहले एक सवाल यह भी है कि क्या 2024 के लिए पीएम मोदी के स्पीड के साथ मैच नहीं कर पा रहा विपक्ष। आस्था और विकास के गठजोड़ के साथ बीजेपी आगे बढ़ रही है। चाहे वह राम मंदिर की तारीख हो या कोरोना के बावजूद भारत की आर्थिक स्थिति। राम मंदिर का निर्माण कार्य लगभग आधा पूरा कर लिया गया है और अगले साल जनवरी से पहले राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। सरकार की ओर से कई सारी योजनाओं को लेकर डेडलाइन जो तय की गई उसको पूरा किया गया। हालांकि कुछ योजनाएं इसमें पीछे भी है। विपक्ष सरकार को रोजगार के मुद्दे पर घेर रहा है लेकिन जिन राज्यों में विपक्षी दलों की सरकार है वहां भी रोजगार देने की दर पीछे ही है। इसका उदाहरण राजस्थान भी है जहां कांग्रेस की सरकार है।
राजनीतिक विश्लेषक सुजाता पांडेय ने कहा कि बीजेपी ने राम मंदिर की बात कही थी वह पूरा हो रहा है। भ्रष्टाचार मुक्त सरकार की बात थी तो अब तक सरकार पर इसका कोई भी आरोप नहीं लगा है। आत्मनिर्भर बनने की बात थी और उस दिशा में भी सरकार आगे बढ़ी है। कोरोना के दौरान न केवल वैक्सीन लगवाई बल्कि बनाई भी। विपक्षी दल इसको भी लेकर सवाल खड़े कर रहे थे और यह पूरा हुआ। डिजिटल इंडिया की बात थी सरकार उस दिशा में भी आगे बढ़ी। टॉयलेट बनाने की बात थी वह पूरा किया। यह फर्क देखने को मिला है और इसका फायदा चुनाव में बीजेपी को मिलेगा।