नई दिल्ली : पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी आईएसआई अब विदेशों में रह रहे खालिस्तान समर्थकों को कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के समर्थन में लंदन, सैन फ्रांसिस्को और कैनबरा सहित विदेशों में प्रदर्शन आयोजित करने के लिए उकसा रही है। यह जानकारी अधिकारियों ने सोमवार को दी। अधिकारियों ने कहा कि कट्टरपंथी उपदेशक एवं खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को आगे बढ़ाने में आईएसआई का हाथ है। उन्होंने कहा कि विदेशों में विरोध प्रदर्शन अमृतपाल का समर्थन बनाने का आईएसआई का एक हताश प्रयास है, जो पिछले तीन दिनों से पंजाब पुलिस से छिप रहा है।
विरोध प्रदर्शन आयोजित करने का षड्यंत्र
खालिस्तान समर्थकों ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग और सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में तोड़फोड़ की, ऑस्ट्रेलिया में छिटपुट विरोध प्रदर्शन हुए। अधिकारियों ने कहा कि खालिस्तान समर्थक तत्वों के इन सभी कृत्यों का षड्यंत्र विभिन्न देशों में सक्रिय आईएसआई एजेंटों द्वारा रचा गया। दुनिया के विभिन्न हिस्सों में हाल की घटनाओं का हवाला देते हुए, उन्होंने कहा कि आईएसआई एजेंटों द्वारा खालिस्तानी तत्वों के माध्यम से भारतीय हित वाली जगहों पर विरोध प्रदर्शन आयोजित करने का षड्यंत्र रचा गया है।
पिछले सप्ताह ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में भारत के मानद वाणिज्य दूतावास के पास खालिस्तान समर्थक अनधिकृत रूप से एकत्र हुए और उन्होंने कार्यालय में प्रवेश को अवरुद्ध कर दिया, जिसके कारण दूतावास को सुरक्षा कारणों से बुधवार को बंद करना पड़ा। इससे कुछ दिन पहले ही ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आश्वासन दिया था कि उनकी सरकार ”अतिवादी कार्रवाइयों” को बर्दाश्त नहीं करेगी। मेलबर्न में कई हिंदू मंदिरों में भी हाल के महीनों में खालिस्तान समर्थकों द्वारा तोड़फोड़ की गई। हाल में कनाडा में खालिस्तान समर्थकों द्वारा भारत विरोधी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है, जिन्होंने कुछ हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की है।