नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में उन्होंने कश्मीरी पंडितों का दर्द बयां किया है। भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए उन्होंने कश्मीरी पंडितों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की बात बताई। इस प्रतिनिमंडल ने उनसे दुखद हालातों के बारे में बताया। मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए अपने खत में राहुल ने कहा कि आतंकियों की टारगेटेड किलिंग के शिकार कश्मीरी पंडितों को बिना सुरक्षा घाटी में जाने के लिए मजबूत करना निर्दयी कदम है।
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह चिट्ठी हिंदी में लिखी है। उन्होंने इसे माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर शेयर भी किया। खत शेयर करते हुए उन्होंने लिखा- ‘प्रधानमंत्री जी, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कश्मीरी पंडितों के प्रतिनिधिमंडल ने मुझसे मिलकर अपने दुखद हालात बताए। आतंकियों की टारगेटेड किलिंग के शिकार कश्मीरी पंडितों को बिना सुरक्षा गारंटी घाटी में जाने के लिए विवश करना निर्दयी कदम है। आशा है, आप इस विषय में उचित कदम उठाएंगे।’
राहुल ने खत की शुरुआत पीएम मोदी की कुशलता की आशा करते हुए की। फिर वह सीधे घाटी में विस्थापित कश्मीरी पंडितों पर आ गए। उन्होंने हाल में कश्मीरी पंडितों की टारगेटेड किंलिंग का जिक्र किया। राहुल ने कहा कि इन हत्याओं से घाटी में डर और निराशा का माहौल है।
राहुल ने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक पड़ाव में उनकी मुलाकात कश्मीरी पंडितों के प्रतिनिधिमंडल से हुई। इसने बताया कि सरकार के अधिकारी उन्हें कश्मीर घाटी में वापस काम पर जाने को मजबूर कर रहे हैं। ऐसे हालातों में सुरक्षा और सलामती की पक्की गारंटी के बिना उन्हें घाटी में काम पर जाने के लिए मजबूर करना निर्दयी कदम है। राहुल ने हालात सुधरने तक इन कर्मचारियों की सेवाएं जनसुविधा जैसे कार्यों में लेने की अपील की है।
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