नई दिल्ली। छठ पूजा के रंग में राजधानी रंगने लगी है। छठ घाट लगभग तैयार हो गए हैं। आइटीओ स्थित प्रमुख छठ घाट पर टेंट लगाने के साथ ही कूड़े हटाने का काम तेज गति से चल रहा है। इसी तरह साफ-सफाई में तेजी लाने के साथ ही यमुना किनारे मिट्टी डालकर समतल किया जा रहा है। एनजीटी के आदेश के अनुसार किसी भी श्रद्धालु को यमुना में जाकर पूजा करने की मनाही है। घाट को जलस्तर से ऊंचा बनाया जा रहा है, ताकि नदी में कोई नहीं जा सके।
इसी तरह घाट किनारे बने कृत्रिम घाट में बोरिंग कर पानी भर दिया गया है। घाट की दीवारों का रंग रोगन किया जा रहा है। एमसीडी कर्मियों द्वारा मच्छरों पर रोकथाम के लिए फागिंग कराई जा रही है। श्रद्धालुओं को सड़क से घाट तक पहुंचने की राह आसान करने के लिए सीमेंट टाइल्स रास्ता तैयार कराया जा रहा है। गुरुवार को मध्य दिल्ली के जिलाधिकारी अवनीश कुमार ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ घाट का निरीक्षण किया और तैयारियों के संबंध में आवश्यक दिशानिर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में छठ पूजा के लिए कुल 40 घाट तैयार किए गए हैं, लेकिन यह घाट खास हैं। यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या एक लाख से अधिक होती है। साथ ही विशेष लोगों का आना जाना होता है। उन्होंने बताया कि एमसीडी, पीडब्ल्यूडी, यातायात पुलिस, दिल्ली पुलिस, बिजली विभाग समेत अन्य विभागों के समन्वय से छठ श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास हो रहा है।
सुरक्षा-सहयोग में तैनात रहेंगे 100 कर्मी
जिलाधिकारी ने बताया कि श्रद्धालुओं की सहायता के लिए दिल्ली पुलिस के साथ ही विभिन्न विभागों व छठ पूजा समिति द्वारा आइटीओ घाट पर कुल मिलाकर 100 कर्मियों के तैनाती की कोशिश होगी। ताकि किसी भी श्रद्धालु को असुविधा न हो।
यमुना में जाने से रोकने के लिए तीन स्तरीय इंतजाम
घाट पर मिट्टी डालने का काम चल रहा है। इससे घाट को समतल किया जा रहा है। जबकि मिट्टी से घाट जलस्तर से करीब छह फीट तक ऊंचा हो गया है। अधिकारियों के अनुसार यह इसलिए क्योंकि कोई श्रद्धालु यमुना नदी में सीधे न जाए। उन्हें रोकने के लिए तीन स्तरीय इंतजाम रहेंगे।