गणेश अग्रहरि संवाद सूत्र मंडल संवाददाता प्रयागराज
कौशांबी। आइजीआरएस 4 सितंबर 2024 एवं 2 नवंबर सितंबर 2024 शिकायतकर्ता सुभाष कुमार पांडेय पुत्र अरुण कुमार पांडेय निवासी गांव गौरा विकासखंड मंझनपुर तहसील मंझनपुर ने आईजीआरएस के माध्यम से शिकायत किया कि नगर पालिका परिषद मंझनपुर में तैनात अवर अभियंता ओमकार पटेल पिछले तीन वर्षों से घना का पूरा स्थित सामुदायिक भवन में रहने के दौरान आवासीय भत्ता की कटौती न कर आवासीय भत्ते का लाभ लिया गया और अपने परिवार के दो लोगों को आउटसोर्सिंग के माध्यम से नगर पालिका में नियुक्त कराकर अवर अभियंता का संपूर्ण कार्य इन्हीं के द्वारा कराया गया और अवर अभियंता द्वारा कराए गए नियम के विरुद्ध आवासीय भत्ते की रिकवरी करते हुए विभागीय कार्यवाही की मांग की। उपरोक्त शिकायतकर्ता के संबंध में 10 सितंबर 2024 को कार्यालय में शिकायतकर्ता का सुना गया। शिकायतकर्ता ने संलग्न बयान दर्ज कराते हुए शिकायत पत्र में अंकित शिकायत की पुष्टि की। प्रकरण की स्थलीय एवं अभिलेखीय जांच करने पर अधिकारियों ने पाया कि ओंमकार पटेल अवर अभियंता सिविल नगर पालिका परिषद मंझनपुर जनपद कौशांबी में कार्यरत है और अभियंता के द्वारा मार्च 2021 से मार्च 2024 तक आवासीय भत्ता प्राप्त किया गया जबकि उक्त अवधि के दौरान शिकायतकर्ताद्वारा उल्लेखित सामुदायिक भवन में अवर अभियंता निवास कर रहे थे। उक्त के संबंध में अवर अभियंता के द्वारा दिए गए बयान में स्वयं कहा गया है कि मैं 2021 से वार्ड नंबर 22 वीरांगना दुर्गा भाभी पूर्व में बने पंचायत भवन में निवास कर रहा हूं लिपिकीय त्रुटि बस मेरा आवास भत्ता की कटौती नहीं हुई है जब जानकारी हुई तो माह अप्रैल 2024 से आवास भत्ते की कटौती की जा रही है तथा 4 सितंबर 2024 को अभियंता के द्वारा ₹50000 नगर पालिका के राज्य वित्त खाते में जमा कर दिया गया शेष धनराशि लेखा लिपिक द्वारा गणना के पश्चात जो भी होगा उसे अभियंता द्वारा जमा कर दिया जाएगा । अभियंता ने दावा किया कि मैं अपने बयान में कोई बात छुपाई नहीं गई है। जो सत्य है उक्त बयान एवं लेखा लिपि के प्रमाण पत्र से स्पष्ट है कि ओंज्ञकार पटेल द्वारा सामुदायिक भवन में निवास करते हुए आवासीय भत्ते का लाभ लिया है और शिकायत होने पर उल्लेखित जमा राशि विभागीय खाते में जमा कर दिया गया है इस प्रकार शिकायत कर्ता के शिकायत में बल प्रतीत होता है कि शिकायत में उल्लेखित शीत कुमार उर्फ शिवकुमार तथा प्रदीप कुमार उर्फ पंकज के विषय में जांच करने पर पाया गया कि उक्त दोनों कर्मचारी आउट सोर्सिंग के माध्यम से नगर पालिका परिषद में कार्यरत है जो की अवर अभियंता के गांव के निवासी और बिरादरी के हैं इन्हीं के द्वारा अवर अभियंता का कार्य लिया जाता है उक्त दोनों कर्मचारियों ने अपने बयान में स्पष्ट किया है कि हम अवर अभियंता साहब के गांव के निवासी हैं और एक ही बिरादरी के हैं । अभियंता द्वारा नगर पालिका परिषद परिसर में बने हुए आवास में निवास नहीं कर रहे हैं पूर्व में शिकायतकर्ता द्वारा शिकायत की गई थी जिसकी जांच अधिशासी अधिकारी द्वारा स्वयं की गई थी तथा उक्त आख्या में ओंमकार पटेल के नवीन कार्यालय में निवास न करने तथा उक्त दोनों कर्मचारी सीत कुमार उर्फ शिवकुमार और प्रदीप कुमार उर्फ पंकज को नगर पालिका परिषद के आउटसोर्सिंग कर्मचारी के रूप में सूचीबद्ध नहीं किया है सीत कुमार पटेल एवं प्रदीप कुमार पटेल ने संलग्न अपने लिखित बयान में कथन किया है कि उनकी नियुक्ति आउटसोर्सिंग से नगर पालिका परिषद मंझनपुर में की गई है जिसकी पुष्टि लेखा लिपिक द्वारा की गई शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोपों में सत्य पाया गया । उपरोक्त आख्या को अग्रसित की गई।
जनपद कौशांबी में यदि सही से जांच कराई जाए तो इस तरह के न जाने कितने अधिकारी और कर्मचारी आवासीय भत्ते ले रहे हैं माकूल की बात तो तब है अवर अभियंता ने 3 साल का आवासीय भत्ता न जमा कर अप्रैल 2024 से आवासीय भत्ता जमा किया गया है और लिपिकीय त्रुटि बस का बहाना बनाकर 3 साल का आवासीय भत्ता डकार गए।