करीना कपूर खान उन एक्ट्रेसेस में से एक हैं, जो लगभग हर मुद्दे पर खुलकर बात करती हैं। करीना ने पहले भी कई बातें की हैं और इसके चलते वो ट्रोलर्स के निशाने पर भी आ चुकी हैं। कुछ महीने पहले जब करीना की ‘लाल सिंह चड्ढा’ आई थी, तब बायकॉट बॉलीवुड अपने चरम पर था। करीना (Kareena Kapoor Khan) ने उस वक्त कुछ ऐसी बातें कहीं, जिससे ट्रोलर्स ने उन्हें निशाना बनाया। अब एक बार फिर से करीना ने बॉयकॉट बॉलीवुड कल्चर के बारे में बात की है और कहा, ‘मैं इससे बिल्कुल भी सहमत नहीं हूं। अगर ऐसा होता है, तो हम एंटरटेनमेंट कैसे करेंगे, आपके जीवन में आनंद और खुशी कैसे होगी, जो मुझे लगता है कि हर किसी को चाहिए और अगर फिल्में नहीं होंगी तो मनोरंजन कैसा होगा।’
पहले बात छोटी थी, अब पता चला!
पहले यह बहुत छोटी बात लग रही थी, बस ट्रोल्स का एक समूह फिल्म के चारों ओर कुछ उन्माद पैदा कर रहा था, हालांकि, जब फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप घोषित किया गया, तो लोगों को गंभीरता का एहसास हुआ। भारत की बढ़ती असहिष्णुता’ वाले बयान को माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर प्रसारित किया। करीना के अतीत के कुछ विवादित बयान भी ऑनलाइन सामने आए।
ये फिल्में बायकॉट से हुईं फ्लॉप
लाइगर और ब्रह्मास्त्र जैसी फिल्मों को भी कई लोगों ने बहिष्कार करने का आह्वान किया था। हालांकि ब्रह्मास्त्र ने बॉक्स ऑफिस पर बहुत अच्छा कारोबार किया, जो 2022 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक के रूप में उभरी। शाहरुख और दीपिका पादुकोण की ‘पठान’ के आगे फिर से रुझान शुरू हो गया। फिल्म का गाना ‘बेशरम रंग’ 12 दिसंबर को ऑनलाइन रिलीज किया गया और जल्द ही यह शहर में चर्चा का विषय बन गया। जबकि कई लोगों ने पेप्पी ट्रैक को पसंद किया, ऐसे भी हैं जिन्होंने भगवा और हरे रंग की वेशभूषा के उपयोग पर ‘बेशरम रंग’ को आपत्तिजनक पाया। इंदौर में कार्यकर्ताओं के एक समूह ने पठान और बेशर्म रंग का विरोध भी किया और दीपिका और शाहरुख के पुतले जलाए।
करीना कपूर की फिल्में
इस बीच, वर्कफ्रंट पर वह अगली बार निर्देशक सुजॉय घोष की थ्रिलर में दिखाई देंगी, जो द डिवोशन ऑफ सस्पेक्ट एक्स पर आधारित है। इसमें विजय वर्मा और जयदीप अहलावत भी हैं। इसके अलावा, उनके पास निर्देशक हंसल मेहता की अगली अनटाइटल्ड फिल्म भी है।