प्रबंधक ने दी पत्रकार को धमकी।
ब्यूरो बांदा
बांदा- नरैनी के प्राईवेट स्कूल खुलेआम आलाधिकरियों के मिलीभगत से खुलेआम सड़क के नियमों का कत्ल कर रहे हैं। बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड किया जा रहा है। इसकी शिकायत भी यदि किसी भी बड़े अधिकारी या स्वयं मुख्यमंत्री से क्यों न कर दिया जाए आख्या तो अधिकारी प्राईवेट स्कूलों के प्रबंधकों के मन मुताबिक ही लगेगा। इसी की शिकायत नरैनी के समाजसेवी द्वारा जनसुनवाई पोर्टल मे की गई शिकायत,जिसमे संभागीय अधिकारी द्वारा बिना कोई जांच किये दफ्तर के अंदर से बैठकर आख्या लगा दी गयी अभी हाल ही 22 अक्टूबर को संपूर्ण समाधान दिवस मे जिलाधिकारी बांदा को शिकायत पत्र दिया गया जिसमे तहसीलदार नरैनी को जांच मिली जांच मे नायब तहसीलदार द्वारा की गयी उन्होंने आख्या मे सब कुछ मानक अनुरूप स्कूल वाहन में ग्रिड, फर्स्ट ऐड किट, अग्निशमन उपकरण बच्चे सीट पर बैठकर आना सब कुछ प्रबंधक के मनअनुरूप आख्या भेज दी बच्चों की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए समाजसेवी ने बांदा के कुछ मीडिया बंधुओं को लगाई गयी आख्या भेज दी जिस को संज्ञान मे लेते हैं ATN चैनल के पत्रकार आए और उन्होंने यथा स्थिति को अपने कैमरे मे कैद किया और पाया कि वेलंकन्नि माता स्कूल की गाड़ी मे 3 सीटर सीट पर 4-5 बच्चे व 2 सीटर मे 3 से 4 बच्चे बैठाए गए हैं 6-7 बच्चे ड्राईवर के पास बैठे एवं कुछ खड़े पाए गए रॉकवेल एकेडमी और आर के विद्यापीठ के वाहन मे भी क्षमता से अधिक बच्चे बैठे रहे, न्यू सैनिक पब्लिक स्कूल के वाहन ड्राईवर ने मीडिया को देखते ही स्पीड बढ़ा ली आगे जाकर गाड़ी रुकी तो उसमे भी पाया की क्षमता से अधिक बच्चे बैठे हैं और कुछ बच्चे खड़े भी हैं इतने मे न्यू सैनिक पब्लिक स्कूल का प्रबंधक आकर मीडिया को धमकाने लगा एवं ATN के पत्रकार की कॉलर पकड़ ली फिर फर्जी शिकायत बनाकर थाने पहुँच गया। उमेश तिवारी ने बताया की प्राईवेट स्कूलों के प्रबंधकों ने शिक्षा को पूरी तरह से व्यवसाय बना दिया है और इतना पैसा इन्होंने बना लिया है कि पूरी तरह से माफियागिरी पर उतर आए हैं सभी अधिकारियों को पैसा खिलाकर अपने पक्ष मे कर लिया है। जिस कारण कोई कितनी भी शिकायत करे इन्हें की फर्क नही पड़ता बल्कि की कोई इनका विरोध करे तो मारने पर भी तुरंत उतारू हो जाते हैं।