श्रीराम सहित तीनों पुत्रों की बारात को अयोध्या नगरी से मिथिला लेकर सज-धज कर निकले राजा दशरथ। साथ में नाचते झूमते अयोध्यावासी थे। आगे-आगे बग्गी में राजा दशरथ व रानी कौशल्या के स्वरूप (संतोष शर्मा व ललिका शर्मा) अपने परिवारीजनों संग बग्गी में बैठे थे। साथ में था गुरु वशिष्ठ व विश्वामित्र का रथ। जगह-जगह आरती व पुष्प वर्षा कर राजा दशरथ, माता कौशल्या व श्रीराम सहित तीनों भीयों व गुरुजनों का स्वागत किया गया। हजारों की संख्या में राम बारात देखने उमड़ी भी भगवान की एक झलक पाने को व्याकुल थे।