बॉलीवुड में ‘छोटी नरगिस’ और ‘छोटी मीना कुमारी’ बनकर बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम शुरू किया। फिर इंडियन टीवी का पहला टॉक शो 21 साल तक होस्ट किया। पॉप्युलर मैगजीन की एडिटर रहीं। फिल्म भी बनाई। यूट्यूब पर अपना चैनल लॉन्च किया, जिसमें बीते दिनों की सुनहरी यादें शेयर करती थीं… ये थीं तबस्सुम। जिन्होंने 18 नवंबर को दुनिया को अलविदा कह दिया और अपने पीछे छोड़ गईं तमाम यादें। आइये जानते हैं उनकी प्रोफेशनल से लेकर पर्सनल लाइफ से जुड़ी अनसुनी बातें।
तबस्सुम (Tabassum Biography In Hindi) का जन्म साल 1944 में मुंबई में हुआ था। उनके पिता का नाम अयोध्यानाथ सचदेव और मां का नाम असगरी बेगम था। तबस्सुम के पिता इंडियन फ्रीडम फाइटर थे और मां भी फ्रीडम फाइटर, जर्नलिस्ट और ऑथर थीं। उनके पिता ने अपनी पत्नी की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए उनका नाम तबस्सुम रखा था, जबकि मां ने अपने पति की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए बिटिया का नाम किरण बाला रखा। शादी से पहले के डॉक्युमेंट्स के अनुसार तबस्सुम का आधिकारिक नाम किरण बाला सचदेव दर्ज है।
तबस्सुम ने कई फिल्मों में काम किया
तबस्सुम ने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट साल 1947 में ‘नरगिस’ फिल्म में काम किया था। इसी साल वो ‘मांझधर’, ‘मेरा सुहाग’ और साल 1949 में ‘बड़ी बहन’ में नजर आईं। इसके बाद 1951 में नितिन बोस के डायरेक्शन में बनी मूवी ‘दीदार’ में उन्होंने नरगिस की बचपन की भूमिका निभाई थी। हिट सॉन्ग ‘बचपन के दिन भुला ना देना’ तबस्सुम पर फिल्माया गया है, जिसे लता मंगेशकर और शमशाद बेगम ने गाया था।
बतौर एक्ट्रेस भी किया काम
इसके अगले साल वो विजय भट्ट के डायरेक्शन में बनी ‘बैजू बावरा’ में दिखाई दीं, जिसमें उन्होंने मीना कुमारी की बचपन की भूमिका निभाई। उन्होंने पॉप्युलर मूवी ‘फिर वही दिल लाया हूं’ में भी काम किया है। इसमें जॉय मुखर्जी और आशा पारेख थे। वो खूबसूरत गाने ‘अजी किबला मोहतरमा’ में भी थीं। ब्रेक के बाद तबस्सुम ने फिल्मों में बतौर एक्ट्रेस काम किया।
21 साल होस्ट किया शो
तबस्सुम ने इंडियन टेलीविजन का पहला टॉक शो भी होस्ट किया, जिसका नाम था ‘फूल खिले हैं गुलशन गुलशन’। ये शो 1972 से 1993 तक यानी करीब 21 साल तक ऑनएयर हुआ था। इसे दूरदर्शन केंद्र मुंबई ने प्रोड्यूस किया था और इसमें फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े सिलेब्स का इंटरव्यू लिया जाता था। ये शो बहुत फेमस हुआ था। इस शो ने एक करियर को भी जन्म दिया था। तबस्सुम 15 साल तक फेमस मैगजीन गृहलक्ष्मी की एडिटर भी रहीं। उन्होंने कई चुटकुलों की किताबें भी लिखीं।
बनाई फिल्म
साल 1985 में तबस्सुम ने अपनी पहली मूवी ‘तुम पर हम कुर्बान’ का डायरेक्शन किया। उन्होंने कहानी भी खुद लिखी और प्रोड्यूसर भी खुद ही थीं। साल 2006 में वो राजश्री प्रोड्क्शंस के ‘प्यार के दो नाम: एक राधा एक श्याम’ से टीवी की दुनिया में वापस लौटीं। वो रिएलिटी स्टैंड-अप कॉमेडी शो ‘लेडीज स्पेशल’ (2009) की जज भी रहीं।
यूट्यूब पर शेयर करती थीं पुराने वीडियो
तबस्सुम ने टीवी के लिए इंटरव्यू लेने का काम जारी रखा और वो एक टीवी शो कर रही थीं। उन्होंने यूट्यूब पर ‘तबस्सुम टॉकीज’ नाम से अपना चैनल भी लॉन्च किया, जिसमें पुरानी यादें, मशहूर हस्तियों के इंटरव्यू, चुटकुले और शायरी सहित बहुत कुछ शामिल है।
जॉनी लीवर को किया था इंट्रोड्यूस
आपको शायद ही ये बात पता होगी कि तबस्सुम ने ही ‘तुम पर हम कुर्बान’ मूवी से जॉनी लिवर को पहली बार स्क्रीन पर बतौर कॉमेडियन इंट्रोड्यूस किया था। आज जॉनी लीवर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में फेमस एक्टर और कॉमेडियन हैं।
अरुण गोविल के भाई से की शादी
तबस्सुम ने ‘रामायण’ सीरियल में राम का निभाकर पॉप्युलर हुए टीवी एक्टर अरुण गोविल के बड़े भाई विजय गोविल से शादी की थी। उनके बेटे होशांग गोविल भी फिल्मों में काम कर चुके हैं। होशांग की बेटी खुशी यानी तबस्सुम की पोती ने भी ‘हम फिर मिले ना मिले’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया।