सासाराम (रोहतास)। दशहरा की तरह ही छठ-दिवाली पर जिले में शिक्षकों का वेतन नहीं मिल सका, जिससे अधिकतर शिक्षकों के यह दोनों त्योहार पूरी तरह से फीके साबित हुए। शिक्षकों का कहना है कि विभागीय अपर मुख्य सचिव (KK Pathak) के सख्त निर्देश के बाद भी दिवाली-छठ से पूर्व वेतन भुगतान नहीं किया जा सका।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों को समय पर वेतन मिल रहा है, लेकिन शिक्षकों को सैलरी नहीं मिल रही है। इस संबंध में विभागीय अधिकारी शिक्षक बहाली में व्यस्त रहने की बात कह अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लेने का काम कर रहे हैं। दशहरा के वक्त भी उन्हें वेतन नहीं मिल पाया था।
दूर नहीं हुई विसंगति : किसी विद्यालय में दस तो कहीं 50 छात्रों पर एक शिक्षक
रोहतास। बीपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण अध्यापकों की बहाली होने के बाद भी जिले में शिक्षक विसंगति दूर नहीं हो सकी है। बहाली के बाद किसी स्कूल में दस छात्र पर एक शिक्षक तो किसी में 50 पर एक शिक्षक हैं। बहरहाल कुछ ऐसे विद्यालय भी हैं, जो अभी भी एकल शिक्षक की श्रेणी के रह गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, जिला शिक्षा विभाग से भेजी रिक्ति के आलोक में पिछले दिनों विभाग ने रेंडमाइजेशन प्रणाली से नवनियुक्त शिक्षकों को विद्यालयों में पदस्थापित करने का काम किया। जिसके बाद कई विद्यालय ऐसे हो गए हैं, जहां शिक्षक-छात्र का अनुपात दस पर एक तो कई में यह अनुपात 50 पर एक हो गया।
हालांकि, विभागीय अधिकारी इस मुद्दे पर फिलहाल कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं। उनका कहना है कि दूसरे चरण की होने वाली विद्यालय अध्यापक नियुक्ति से कमी को दूर कर लिया जाएगा।