जिनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक स्वास्थ्य के लिहाज से आपात स्थिति बना हुआ है लेकिन उच्च स्तर की प्रतिरक्षा तैयार होने से वायरस संबंधी मौतों का खतरा कम हुआ है। डब्ल्यूएचओ के वार्षिक कार्यकारी बोर्ड की बैठक के उद्घाटन पर घेब्रेयसस ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि हम अब एक साल पहले की तुलना में कहीं बेहतर स्थिति में हैं, जब अत्यधिक संक्रामक ओमीक्रोन स्वरूप का संक्रमण अपने चरम पर था। हालांकि उन्होंने चेताया कि पिछले आठ हफ्तों में दुनिया भर में कोरोना वायरस से कम से कम 1,70,000 लोगों की मौत हुई है। घेब्रेयसस ने कहा कि जोखिम वाले समूह के लोगों को पूर्ण टीकाकरण कराना चाहिए।
डब्लूएचओ ने भ्रामक सूचनाओं के मुकाबले पर दिया जोर
उन्होंने कहा कि इसके साथ जांच बढ़ाने, एंटीवायरल दवाओं का इस्तेमाल, प्रयोगशाला नेटवर्क बढ़ाने तथा महामारी के खिलाफ फैलाई जाने वाली ‘भ्रामक सूचनाओं’ से मुकाबले पर जोर होना चाहिए। डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि हम आशान्वित हैं कि आने वाले वर्ष में, दुनिया एक नए चरण में पहुंचेगी जहां हम अस्पताल में भर्ती होने और मौतों को न्यूनतम संभव स्तर तक कम करेंगे।
दुनिया में कितनी कोविड खुराक दी गई
इससे पहले डब्ल्यूएचओ ने अपनी आपात समिति के विवरण को जारी किया जिसमें कहा गया कि दुनिया में कोविड टीकों की अब तक 13.1 अरब खुराक दी जा चुकी हैं। डब्ल्यूएचओ के एक बयान के मुताबिक समिति ने माना कि महामारी ठहराव के बिंदु तक पहुंच सकती है। बयान में कहा गया कि दुनियाभर में टीकाकरण के उच्च स्तर के कारण इसका असर कम रह सकता है।