कमासिन बांदा। भ्रष्टाचार के मामले में राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति फेल होती हुई नजर आ रही है।जिम्मेदार
भ्रष्टाचार के इस खेल को मौन होकर देख रहे हैं। और भ्रष्टाचारी सरकार के आदेश को धता बता रहे हैं। ताजा मामला ग्राम पंचायत सांडासानी से आया है जहां के दबंग सचिव योगेंद्र कुमार और प्रधान, हैंडपंप मरम्मत के नाम पर एक वर्ष में लगभग छः लाख रुपए डकार लिए है ।जबकि धरातल में आज भी करीब 1 वर्ष से खराब पड़े हैंडपंपों की संख्या आधा दर्जन है। गणेश प्रसाद वर्मा सहित तमाम ग्रामीणों ने बताया की ग्राम पंचायत सांडासानी में प्रत्येक वित्तीय वर्ष में हैंडपंप सामग्री व मरम्मत के नाम पर लाखो रुपए निकाल लिए जाते हैं जबकि धरातल पर ना तो हैंडपंपों की मरम्मत होती है और ना ही हैंडपंप सामग्री डाली जाती है ।यदि जिम्मेदार इस पर सघन जांच कराएं तो बहुत बड़ा घोटाला हैंडपंप मरम्मत और सामग्री के नाम से निकल कर आएगा। नाम ना छापने की शर्त पर कुछ ग्रामीणों ने बताया सांडासानी ग्राम पंचायत भ्रष्टाचार की नई इबारत लिख रही है ।यहां पर ना तो जल निकासी की कोई व्यवस्था है और ना ही नालियों की साफ सफाई कराई गई ।
वही ग्राम पंचायत अधिकारी योगेंद्र कुमार का कहना है हैंडपंप खराब होने की कोई शिकायत नहीं है जो भी शिकायत आती है उसे प्रधान जी बनवा देते हैं।