शासकीय नवीन लॉ कॉलेज में धार्मिक कट्टरता फैलाने के मामले में पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है, जिसमें से दो आरोपियों तक जहां पुलिस पहुंच चुकी है वहीं दो अभी भी फरार हैं। कॉलेज के प्राचार्य और एक शिक्षक की तलाश में पुलिस की टीम जुटी हुई है साथ ही सामने आई दूसरी विवादित किताब के प्रकाशक को ढूंढने के लिए भी टीम प्रयागराज भेजी है। फिलहाल दूसरी किताब का प्रकाशक पुलिस गिरफ्त से दूर है।
जल्द करेंगे गिरफ्तार
मामले में फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस की टीम लगी हुई है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
ये है मामला
पिछले दिनों अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने शासकीय नवीन लॉ कॉलेज में प्राचार्य डॉ.इनामुर्रहमान को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें कॉलेज के कुछ शिक्षकों पर धार्मिक कटट्ता फैलाने का आरोप लगाया, हालांकि प्राचार्य ने विद्यार्थियों के आरोपों से साफ इनकार कर दिया और उन्हें बेबुनियाद बताया। इस पर अगले दिन स्टूडेंट ने एक किताब ‘सामूहिक हिंसा एवं दाण्डिक न्याय पद्धति’ सबूत के तौर पर पेश की। जिसे लेखिका डॉ.फरहत खान ने लिखा है। साथ ही स्टूडेंट लक्की आदिवाल की तरफ से भंवरकुआं थाने में भी एक आवेदन दिया गया। जिस पर पुलिस ने किताब की लेखिका डॉ.फरहत खान, प्राचार्य डॉ.इनामुर्रहमान, टीचर मिर्जा मोजिज बेग और किताब के प्रकाशक के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया।
सबसे पहले लेखिका तक पहुंची पुलिस
केस दर्ज होने के बाद किताब की लेखिका डॉ.फरहत खान परिवार सहित फरार हो गई। उसके भाई अमजद की मदद से पुलिस लेखिका तक पहुंची। आखिरी बार लेखिका ने भाई अमजद से बात की थी और लोकेशन सेंधवा की निकली। वहीं अमजद की लोकेशन पुणे निकली। पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए उठाया तो उसने लेखिका के अस्पताल में भर्ती होने की सूचना दी। लेखिका को किडनी में संक्रमण है। पुलिस ने नोटिस देकर उसे कोर्ट में पेश होने के लिए कहा है।
प्रकाशक की पत्नी के बाद अब प्राचार्य और टीचर की तलाश
लेखिका के बाद पुलिस ने किताब के प्रकाशक अमर लॉ पब्लिकेशन की जानकारी निकाली तो फर्म पत्नी के नाम पर रजिस्टर्ड निकली। उसके लोकेशन मुबंई आई। बाद में उस तक भी पुलिस पहुंच गई और नोटिस देकर कोर्ट में पेश होने के लिए कहा है। अब कॉलेज के प्राचार्य डॉ.इनामुर्रहमान और प्रोफेसर डॉ.मिर्जा मोजिज बेग की तलाश में पुलिस की टीम जुटी है। प्रोफेसर बेग के खरगोन स्थित घर भी पुलिस गई लेकिन वह नहीं मिला। वहीं प्राचार्य को इंदौर के अलावा देवास में भी पुलिस ने ढूंढा मगर कोई सुराग नहीं लगा है। पूर्व में वे देवास में भी पदस्थ रह चुके हैं।
प्रयागराज में दूसरी किताब के प्रकाशक की तलाश
वहीं कॉलेज में सामने आए पूरे मामले की जांच के लिए उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने सात सदस्यीय टीम गठित की थी। जिसमें भोपाल के अतिरिक्त संचालक डॉ.मथुरा प्रसाद भी शामिल थे। वे टीम के साथ इंदौर पहुंचे और कॉलेज में जांच की। इस दौरान उन्होंने स्टूडेंट और टीचर के बयान लिए। लौटते समय शिकायतकर्ता छात्र लक्की आदिवाल ने उन्हें एक किताब सौंपी। जिसमें भी विवादास्पद कंटेंट होने का दावा किया गया। ये किताब भी लेखिका डॉ.फरहत खान ने लिखी है। किताब का शीर्षक महिलाएं एवं आपराधिक विधि है लेकिन प्रकाशक अलग है। प्रकाशक सेंट्रल लॉ पब्लिकेशन है। पुलिस ने जांच की तो पता प्रयागराज का निकला। वहां जांच के लिए टीम भेजी गई है।