ललितपुर। राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत कुष्ठ निवारण दिवस पर पी.एन. इन्टर कालेज विधायक रामरतन कुशवाहा ने हरी झण्डी दिखाकर रैली को रवाना किया। विधायक ने बताया कि 30 जनवरी से 14 दिवसीय कुष्ठ पखवाडें का आयोजन स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान के रूप में किया जा रहा है। उन्होनें जनमानस से कुष्ठ रोगियों से भेदभाव न करने की अपील की। सीएमओ डा.इम्तियाज अहमद ने बताया कि कुष्ठ रोग के बारे में जागरूकता एवं ज्ञान का अभाव कंलक तथा भेदभाव की ओर ले जाता है, जिसके कारण कुष्ठ के संचरण और उपचार से संबंधित गलत धारणाएं समाज में फैलती है। कुष्ठ रोग से जुड़ें कलंक एवं भेदभाव की समस्या को दूर करने के उद्देश्य से तथा जागरूकता बढ़ाने के लिए वर्ष 2017 में स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान नामक राष्ट्रव्यापी अभियान षुरू किया गया था। इस वर्ष भी कुष्ठ निवारण दिवस पर 30 जनवरी से 14 दिवसीय कुष्ठ पखवाड़ेें का आयोजन स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान के रूप में किया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत जनपद की सभी ग्राम सभाओं में बैठक का आयोजन करते हुये सभी के सहयोग व समन्वय् से कुष्ठ रोग के उन्मूलन के लिये समाज में जागरूकता लाई जाएगी। इस वर्ष की थीम आइए मिलकर जागरूकता फैलाएं, भ्रांतियों को दूर भगाएं, कुष्ठ प्रभावित कोई पीछे छूट न जाए। इस दौरान सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, विद्यालयों, नगर पालिका, मेडिकल कॉलेज आदि में जिलाधिकारी का संदेश पढ़ा गया तथा कुष्ठ की रोकथाम हेतु शपथ ली गयी। जिला कुष्ठ अधिकारी डा.आशीष अग्निहोत्री ने बताया कि अभियान में कुष्ठ निवारण दिवस पर प्रत्येक ग्राम सभा में बैठक का आयोजन किया जाएगा। उप जिला कुष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुष्ठ रोग माइक्रोबैक्टिरियम लैप्रि नामक बैक्टिरिया के कारण होता है। कुष्ठ रोग के लक्षण त्वचा पर हल्के रंग के या तामई रंग के धब्बे, जिनमें संवेदनहीनता हो, हाथ या पैरों पर झनझनाहट, नसों में दर्द एवं नसों का मोटा हो जाना, हाथ पैर या पल्को की कमजोरी आदि हो सकती है। यदि किसी व्यक्ति में उपरोक्त लक्षण दिखते है तो उन्हें निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक से उपचार लेना चाहिए, कुष्ठ का इलाज पूरी तरह सम्भव है एवं सरकारी संस्थानों में उपचार की मुफ्त सुविधा उपलब्ध है।