नई दिल्ली: 5 अगस्त, 2021 को जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटा लिया गया था। मोदी सरकार में इस ऐतिहासिक दिन को अंजाम देने के लिए इंडियन आर्मी के साथ एमएस धोनी भी जम्मू-कश्मीर में मौजूद थे। कितनी सतर्कता के साथ ‘मिशन आर्टिकल 370’ को अंजाम दिया गया इस पर से लेफ्टिनेंट जनरल KJS Dhillon ने पर्दा उठाया है। उन्होंने बताया कि किस तरह एक और आर्टिकल 370 हटाने की प्लानिंग चल रही थी तो दूसरी और वह पूरा माहौल कूल बनाने के लिए एमएस धोनी के साथ थे।
उन्होंने इंडिया टुडे ग्रुप को दिए इंटरव्यू में इस बारे में बताया- आर्टिकल 370 हटाने की प्लानिंग कोर कमांडर यानी मेरे घर ड्राइंग रूम में होती थी, जिससे कि किसी को पता नहीं चले। यह बात सिर्फ ढाई लोगों को पता थी। ढाई इसलिए कि दो लोगों पूरी बात पता थी, जबकि एक को आधी बात पता थी। इनके अलावा किसी को कानोकान खबर नहीं थी कि क्या होने वाला है। 5 अगस्त को आर्टिकल 370 हटाया गया था। पाकिस्तान की पैन निगाह थी।
उन्होंने आगे कहा- ऐसे में कोर कमांडर ऐसा क्या कर रहा होगा कि पाकिस्तान को लगेगा कि सब कुछ सामान्य है। अगर कोर कमांडर अपने ऑफिसर्स के साथ मीटिंग में है ब्रिफिंग में है, यहां भाग रहा, वहां भाग रहा, फोन कर रहा, परेशान हो रहा… तो उसको लगेगा कि आज कुछ गड़बड़ है। मैं उस दिन एमएस धोनी के साथ डेढ़ घंटे तक कमरे में चाय पी। इसके बाद वह मेरे यहां डिनर के लिए भी आए। ये सब साम दाम दंड भेद.. इस्तेमाल किया गया ताकि खबर बाहर न जाए। न केवल पाकिस्तान, बल्कि उस इकोसिस्टम को भी पता नहीं लगने दिया क्या होने वाला है। तभी शांति बनाए रख पाने में कामयाबी मिली।धोनी 15 दिन के लिए थे जम्मू-कश्मीर में तैनात
उल्लेखनीय है कि विश्व विजेता कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को इंडियन टेरिटोरियल आर्मी ने 2011 में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक सम्मान के तौर पर दी थी। जब आर्टिकल 370 हटाया जा रहा था तब एमएस धोनी 15 दिन के लिए जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। उस समय धोनी के चाहने वालों ने सोशल मीडिया पर फिनिशर धोनी को ट्विटर पर ट्रेंड भी कराया था। फैंस का कहना था कि मिस्टर फिनिशर को 15 दिन के लिए जम्मू-कश्मीर भेजा गया और वहां आर्टिकल 370 बड़ी सफलता के साथ हटा दिया गया।