देश की 130 करोड़ जनता यदि एक-एक कदम बढ़ाएगी तो देश 130 करोड़ कदम आगे बढ़ जाएगा
वीर बाल दिवस भारतीय इतिहास में वीरता और बलिदान की एक मार्मिक याद
साहिबजादों का बलिदान राष्ट्रीय प्रेरणा का विषय है
खालसा संगठन का उद्देश्य लोगों को उत्पीड़न से बचाना
ऐसे बच्चों की उंगली पकड़नी चाहिए जो भविष्य का आधार हैं
-राज्यपाल, श्रीमती आनंदीबेन पटेल
सनातन धर्म की रक्षा में सिख समुदाय का बहुत बड़ा योगदान है
-उपमुख्यमंत्री, बृजेश पाठक
लखनऊ: 27 दिसंबर, 2023
प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी की गरिमामयी उपस्थिति में आज राजभवन में वीर बाल दिवस को समर्पित दास्तान-ए-शहादत पर लाइट एण्ड साउंड शो सम्पन्न हुआ। राजभवन के बड़े लॉन में लखनऊ गुरूद्वारा प्रबंधन कमेटी के सौजन्य से आयोजित इस कार्यक्रम में दशमेश पिता साहब श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के चारों साहबजादो की शहादत की गाथा का पंजाब से आए विशेष कलाकारों द्वारा लाइट एण्ड साउंड शो के साथ रोमांचक मंचन किया गया। इस अवसर पर संबोधित करते हुए कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एवं राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी ने कहा कि विश्व इतिहास में धर्म की रक्षा एवं मतांतरण के विरोध में सिख पंथ के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी द्वारा सर्वस्व बलिदान करने जैसा उदाहरण कहीं अन्य देखने को नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि खालसा संगठन का उद्देश्य लोगों को उत्पीड़न से बचाना था। शहादत दिवस के इतिहास को बताते हुए राज्यपाल जी ने कहा कि वीर बाल दिवस भारतीय इतिहास में वीरता और बलिदान की एक मार्मिक याद दिलाता है। उन्होंने कहा कि साहिबजादों का बलिदान राष्ट्रीय प्रेरणा का विषय है।
उन्होंने कहा कि यह दिन हमें याद दिलाता है कि शौर्य की पराकाष्ठा के समय कम आयु मायने नहीं रखती। राज्यपाल जी ने कहा कि भारत गुलामी की मानसिकता से बाहर निकल रहा है। भारत को युवा देश बताते हुए राज्यपाल जी ने कहा युवा शक्ति में सामर्थ्य, जोश और जज्बा है। उन्होंने प्रधानमंत्री जी के आह्वान का स्मरण कराते हुए कहा कि देश की 130 करोड़ जनता यदि एक-एक कदम बढ़ाएगी तो देश 130 करोड़ कदम आगे बढ़ जाएगा।
भिक्षावृति से शिक्षा की ओर बच्चों को जोड़ने के लिए स्वयं सेवी संस्था उम्मीद की सराहना करते हुए राज्यपाल जी ने कहा कि ऐसे जितने भी बच्चे हैं उनके लिए राज भवन खुला है। उन्होंने कहा कि राजभवन द्वारा समय-समय पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों की उंगली पकड़नी चाहिए जो भविष्य का आधार बनने वाला है। राज्यपाल जी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी के विकसित भारत का सपना तभी साकार होगा जब ऐसे बच्चे पढ़े लिखे हो। राज्यपाल जी ने राजभवन को आम जनता का बताया और कहा कि यह जनता के लिए खुला ही होना चाहिए।
राज्यपाल जी ने इतने सालों के बाद भी शहादत दिवस और वीर सपूतों को याद करने के लिए सिख समाज का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि स्कूल, संस्थाओं और घर में भी ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन होना चाहिए। घर के बड़े बुजुर्ग परिवार जनों के साथ इसकी चर्चा करें, तथा छोटी उम्र से ही बच्चों को इस प्रकार की कहानी सुनाई जाएगी तो उनमें देशभक्ति का जज्बा पैदा होगा।
इस अवसर पर राज्यपाल जी ने कहा कि आजाद देश को विकसित राष्ट्र के रूप में तब्दील करना हमारा कर्तव्य है और इसे सब मिलकर करेंगे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि भारत में सनातन धर्म और सीमाएं यदि सुरक्षित है तो उसके लिए सिख समाज का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा सिख समाज का इतिहास हमें प्रेरणा देता है। इस अवसर पर राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख ने शहादत के इतिहास को बताते हुए कहा कि यह शहादत इतिहास के पन्नों में हमेशा दर्ज रहेगी। इससे आने वाली पीढ़ी को यह पता लगेगा की शहादत से देश और समाज को बचाने का कार्य किया गया है ।
कार्यक्रम में सिख बालिका द्वारा सफरे-शहादत पर काव्य पाठ भी किया गया। इस अवसर पर उम्मीद संस्था के 24 बच्चों को लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के सौजन्य से राज्यपाल जी द्वारा जैकेट का वितरण किया गया, तथा दिल्ली में आयोजित 67वीं राष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता में एक स्वर्ण पदक, दो रजत पदक तथा एक कांस्य पदक प्राप्त खालसा इंटर कॉलेज लखनऊ के 04 छात्रों को राज्यपाल जी द्वारा सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि दस्तान-ए-शहादत पर नाट्य प्रस्तुति लाइट एंड साउंड शो के द्वारा सुख़नवर रंगमंच पटियाला, पंजाब से आए कलाकारों ने की।