सीतापुर। ग्रामीण इलाकों में मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के उद्देश्य से रविवार को प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला आयोजित किया जाना था। अधिकतर स्वास्थ्य केंद्रों पर इसका आयोजन भी हुआ, लेकिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सेवता पर ताला लटका रहा




मरीजों को लगानी पड़ी आठ किमी की दौड़
सेवता। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सेवता में रविवार को ताला बंद होने के कारण यहां पहुंचे मरीजों को या तो झोलाछाप का सहारा लेना पड़ा या आठ किमी दूर रेउसा स्थित स्वास्थ्य केंद्र तक दौड़ लगानी पड़ी। ग्रामीणों के मुताबिक केंद्र बंद होने से मरीज भटकते रहे। ग्रामीणों ने बताया कि लगभग महीने भर से केंद्र बंद है। वहीं, अधीक्षक ने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।
खांसी, जुकाम-बुखार के मरीज पहुंचे
लहरपुर। रविवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अकबरपुर में मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला आयोजित हआ। यहां डॉ. अख्तर अली ने 65 मरीजों के स्वास्थ्य की जांच कर दवाएं दीं। उन्होंने बताया कि मौसम में बदलाव के चलते अधिकांश मरीज खांसी, जुकाम व बुखार से पीड़ित थे। अकबरपुर के गयासुद्दीन अंसारी ने बताया कि विगत कुछ दिनों से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक की नियुक्त होने से चिकित्सा सुविधाएं सुलभ हो गई हैं। अधीक्षक डॉ. अरविंद बाजपेई ने बताया कि क्षेत्र के चारों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिलरिया, ढखेरा, अकबरपुर, खैरुल्लापुर तथा नगरीय स्वास्थ्य केंद पर 439 मरीजों की जांच कर दवाएं दी गईं। उन्होंने बताया कि आरोग्य मेले में आने वाले मरीजों व नव दंपतियों को परिवार नियोजन अपनाने के लिए
जागरूक भी किया गया।
फार्मासिस्ट ने जांची मरीजों की सेहत
सदरपुर। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खुरवल में रविवार को हुए जन आरोग्य मेले में फार्मासिस्ट ने कुल 10 मरीज देखे। फार्मासिस्ट रवींद्र कुमार ने बताया कि अधिकतर मरीज सर्दी, जुकाम, बुखार के पहुंचे। एक-दो मरीज कमजोरी के आए हैं। इस दौरान लैब असिस्टेंट कृपा शंकर मौजूद थे, जबकि डॉ. श्याम नाथ गुप्ता मौजूद नहीं थे। फार्मासिस्ट ने बताया कि वह अस्वस्थ हैं।
