कैथल। मई के महीने में जींद के नरवाना के रेलवे स्टेशन पर अपनी मां से बिछड़ी करीब पांच साल की बच्ची माफी तीन महीने बाद कैथल के बाल आश्रम में मिली। जिला बाल कल्याण समिति की टीम ने इस बच्ची की उसके पिता से पहचान करवा कर शुक्रवार को उसे सौंप दिया गया है। इस संदर्भ में राज्य अपराध शाखा कैथल की मानव तस्करी निरोधक शाखा में केस दर्ज किया गया था। बता दें कि महिला मंजू और उसकी चार से पांच साल की बच्ची रेलवे स्टेशन से लापता हो गए थे।
नरवाना रेलवे स्टेशन पर मां से बिछड़ गई थी बच्ची
मंजू को कैथल की महिला एएसआइ रेणु बाला व उनकी टीम ने 28 जुलाई को ढूंढ लिया था, लेकिन बच्ची नहीं मिली थी। जिला बाल कल्याण अधिकारी राणा बंसल के अनुसार महिला मंजू ने बताया था कि बच्ची मई के महीने में उससे जिला जींद के नरवाना रेलवे स्टेशन पर बिछड़ गई थी। जानकारी प्राप्त करने के बाद मानव तस्करी निरोधक शाखा कैथल की टीम नरवाना पहुंची व पूछताछ की गई। इसी दौरान मानव तस्करी निरोधक शाखा जींद की टीम से फोन पर संपर्क किया गया। वहां से पता चला कि उन्होंने एक बच्ची को जींद रेलवे स्टेशन से बरामद किया था।
बाल कल्याण समिति ने माता-पिता को सौंपी बच्ची
जानकारी मिली थी कि जींद में लड़कियों का आश्रम ना होने के कारण उसे बाल कल्याण समिति जींद के माध्यम से उसे कैथल के सनातन धर्म मंदिर स्थित बाल आश्रम में छोड़ दिया था। जींद की टीम ने यहां आकर समिति के सदस्यों को साथ लेकर आश्रम में संपर्क किया तो बच्ची माफी मिल गई। बच्ची के पिता को आश्रम में बुलाकर उसकी पहचान करवाई गई तो उन्होंने इसे पहचान लिया।
उसने बताया कि यह बच्ची उसकी पत्नी के साथ गुम हो गई थी। बच्ची को नियमानुसार बाल कल्याण समिति कैथल के माध्यम से उसके पिता को सौंप दिया गया। बच्ची के पिता ने इंचार्ज मदन लाल, एएसआई रेनु बाला, दिलबाग सिंह, मनोज कुमार व वीना देवी और जिला बाल कल्याण समिति कैथल के चेयरमैन राणा बंसल का आभार जताया।