मदरसा वारसिया रिज़विया फरीद उलूम शारदा नगर की वार्षिक बैठक खैरुल वरा जश्न दस्तारबंदी
कानपुर मदरसा वारसिया रिज़विया फरीद उलूम शारदा नगर का सालाना जलसा खैरुल वरा जश्न दस्तारबंदी कार्यक्रम के साथ शुरू हुआ
ईशा की नमाज के बाद कुरान की तिलावत हुई, जिसकी अध्यक्षता काजी शहर अल्लामा मौलाना मुश्ताक अहमद मशाहिदी ने की। नात पाक के बाद लखनऊ से आए हजरत मौलाना हाफिज वकारी सैयद अनवर कादरी ने अपनी तकरीर में इल्म की फजीलत और अहमियत पर रोशनी डाली, फिर मौलाना गुलाम कादिर शाहिदी ने नात पाक का नजराना पेश किया, फिर नात के खास वक्ता हजरत अल्लामा मुफ्ती मुहम्मद अहमद वारसी साहब सुल्तानपुरी ने अपनी तकरीर में कहा कि आज पूरी दुनिया में मुसलमान बहुत ही नाजुक दौर से गुजर रहा है जो काम अल्लाह ने अपने पैगम्बरों और पैगम्बरों से लिया, वह काम इमामों और पैगम्बरों की उम्मत को दे दिया गया और यह काम कयामत के दिन तक करना हमारी जिम्मेदारी है। यदि धर्म के स्रोत का संदेश आम है तो यह लोगों की जिम्मेदारी है कि वे इस्लामी मदरसों, विद्वानों और संरक्षकों का सम्मान करें।
इस मौके पर सुन्नी उलेमा काउंसिल के महासचिव हाजी मुहम्मद सलीस और मुमताज अहमद खान ने आए हुए मेहमानों का शुक्रिया अदा किया और बच्चों को दस्तारबंदी की गई।इस मौके पर मुहम्मद बख्तियार सैयद मुहम्मद अतहर कादरी नफीस अहमद नूरी हाफिज अबरार हाफिज मुबीन हाफिज मोनिस रजा मौलाना फुरकान मौलाना शमशीर अली सैयद अयाज अली एडवोकेट सैयद शाहशाह मौजूद रहे।





