संथाल आदिवासियों और जैन समाज के बीच बनी सहमति
इससे एक दिन पहले जिला प्रशासन की ओर से विवाद के निपटारे को लेकर मधुबन स्थित गेस्ट हाउस में बैठक की गई। इस बैठक में विधायक सुदिव्य कुमार, उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा और एसपी अमित रेणु समेत अन्य वरीय पदाधिकारी मौजूद थे। बैठक में जैन समाज के प्रतिनिधियों, पासरनाथ ट्रस्ट के सदस्य और संथाल आदिवासी समेत समाज के प्रमुख लोगों को बुलाया गया था। वार्ता में दोनों पक्षों ने अपनी बातों रखा। दोनों पक्षों की ओर से यह भरोसा दिलाया कि जिस तरह की सहयोगात्मक कार्य पूर्व से चलता रहा था, वह चलता रहेगा, न जैन तीर्थयात्रियों की परेशानी होनी चाहिए और न संथाल समुदाय को मरांग बुरु तीर्थस्थल पर जाने में कोई परेशानी होनी चाहिए। वार्ता में दोनों पक्षों के बीच सहमति बनी कि किसी भी प्रकार के नए नियम जैन समाज की तरफ से नहीं लगाया जाएगा और न ही किसी तरह का प्रतिबंध संथालों की तरफ से होगा। पूर्व में दोनों ही अपने तीर्थस्थल और धार्मिक रीति-रिवाज और परंपरा का सम्मान करेंगे।
आदिवासियों के महाजुटान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
गिरिडीह जिला प्रशासन की ओर से आदिवासियों के महाजुटान को लेकर पारसनाथ-मधुबन के आसपास क्षेत्रों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। आज महाजुटान के कार्यक्रम में जेएमएम विधायक लोबिन हेम्ब्रम, पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव, पूर्व विधायक सूर्य सिंह बेसरा और पूर्व सांसद सालखन मुर्मू समेत विभिन्न दलों और संगठनों के नेता-कार्यकर्त्ता पहुंच रहे है। इसे लेकर जिला प्रशासन की ओर से पूरे इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए सीसीटीवी के साथ-साथ ड्रोन कैमरे की भी मदद ली जा रही है। मधुबन जाने वाले हर प्रमुख रास्तों पर नजर रखी जा रही है। दंडाधिकारियों के नेतृत्व में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।