*महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज को मिले उच्चतम सुरक्षा* :*यति सत्यदेवानंद सरस्वती*
*हिन्दू समाज उनके लिए लड़ने बालों का साथ दे*
*ऊना:* अपने गुरु शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज हत्या की साजिश और जिहादियों की धमकियों तथा आई एस आई एस आतंकियों के स्वीकार करने पर अपने गुरु जी की सुरक्षा की चिन्ता व्यक्त करते हुए अखिल भारतीय सन्त परिषद् के हिमाचल प्रदेश, पंजाब तथा हरियाणा के प्रभारी यति सत्यदेवानंद सरस्वती महाराज के भारत सरकार से उनके गुरु के लिए उच्चतम कोटि की सुरक्षा की मांग की है।
एक प्रेस नोट जारी करते हुए उन्होंने कहा की यूपी पुलिस अधिकारियों और मीडिया कर्मियों ने बताया कि अलीगढ़ से कुछ आई एस आई एस के जिहादी पकड़े गए जो उनकी हत्या करना चाहते थे। इससे पहले भी कई आतंकी पकड़े गए है जिनका टारगेट डासना देवी मन्दिर तथा उनके गुरु जी थे। जिनको हमारे मन्दिर की निजी सुरक्षा के कारण पकड़ा गया था। अब यह आई एस आई एस के आतंकी ए टी एस की सतर्कता के कारण पकड़े गए हैं। इससे हमला निष्फल हुआ है खतरा खत्म नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा की उनके गुरु धर्म, मानवता तथा राष्ट्र हित के लिए कार्य कर रहें यही बात इस्लाम के जिहादियों को अच्छी नही लग रही है तथा जितने भी धर्म विरोधी संघठन है सब के सब उनकी हत्या के लिए कार्य कर रहे हैं।
भारत सरकार तथा उतर प्रदेश सरकार को उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
उन्होंने आगे अन्देशा जताया की उनके गुरु भी कहीं लखनऊ के हिन्दूवादी नेता कमलेश तिवारी की तरह राजनीति उपेक्षा का शिकार न हो जाए।
उन्होंने बताया कि उनके गुरु ने जिहादियों की इन धमकियों से बेखौफ महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने सम्पूर्ण विश्व के इस्लामिक धर्मगुरुओं और मौलानाओं को शास्त्रार्थ की चुनौती देते हुए कहा कि मोहम्मद और कुरान के बारे में उनकी कही एक भी बात अगर इस्लामिक किताबो या मुस्लिम विद्वानों के भाषणों से सिद्ध ना हुई तो वो इस्लाम के जिहादियों के लिये अपना कत्ल क्षमा कर देंगे।अगर उनकी एक भी बात गलत निकली तो वो अपने शिष्यों से कह कर मरेंगे की उनकी हत्या के लिये किसी भी जिहादी पर कोई मुकदमा ना किया जाये।
उन्होंने एक वीडियो के माध्यम से हिन्दुओ से भी कहा कि वो अपने धर्म के लिये लड़े और धर्म केवल बलिदानों से ही बचता है।इस्लाम की सच्चाई बताने की कीमत हर व्यक्ति को जान देकर चुकानी पड़ती है।अगर इसके लिये उनका बलिदान होता है तो यह उनके लिये गर्व की बात है।
उन्होंने सभी हिन्दुओ से कहा कि वो भी अपने धर्म, परिवार और अस्तित्व की रक्षा के लिये जीवन की परवाह किये बिना इस्लाम के जिहाद की चुनौती को स्वीकार करें तथा समाज उनके लिए लड़ने बालो का साथ दे और उनके लिए आवाज उठाए। क्योंकि कही न कही वो उनके हिस्से की भी लड़ाई लड़ रहे हैं तथा समाज को एक दूसरे के साथ खड़ा होना सीखना पड़ेगा।