मैनचेस्टर
20 बार इंग्लिश लीग में विजेता रहा मैनचेस्टर युनाइटेड क्लब के मालिक अब इसे बेचना चाहते हैं। ग्लेजर परिवार ने इस क्लब को 17 साल पहले खरीदा था। ग्लेजर परिवार वित्तीय सलाहकारों के संपर्क में हैं। वे क्लब के आंशिक अधिकार, स्टेडियम और आधारभूत संरचनाओं में विकास के लिए निवेशक ढूंढ रहे हैं। मैनचेस्टर युनाइटेड के प्रशंसकों ने मालिकों के बदलाव की मांग की थी।
13 बार इंग्लिश प्रीमियर लीग का विजेता रहा मैनचेस्टर युनाइटेड पिछले पांच साल से एक भी ट्राफी नहीं जीत सका है। इसकी वजह से प्रशंसक ग्लेजर परिवार की आलोचना कर रहे हैं। उन्होंने 2017 में आखिरी बार यूएफा यूरोपा लीग और लीग कप जीता था। क्लब के निदेशक अवराम ग्लेजर और जोएल ग्लेजर ने कहा, ‘क्लब की सफलता के इतिहास को बनाए रखने के लिए, बोर्ड ने संपूर्ण समीक्षा कर रणनीतिक बदलाव की रणनीति बनाई है।’ हाई प्रोफाइल निवेशक इस क्लब को खरीदने की इच्छा जता सकते हैं। अगस्त में ब्रिटिश अरबपति और क्लब के लंबे समय से प्रशंसक रहे जिम रैटक्लिफ ने क्लब को खरीदने की इच्छा जताई थी। उस वक्त एलन मस्क ने भी मजाकिया लहजे में क्लब खरीदने की बात कही थी।
हालांकि, बुधवार को रसायनिक कंपनी इनियोस के चेयरमैन रैटक्लिफ ने मामले में टिप्पणी करने से मना कर दिया। मंगलवार दोपहर को क्लब के बेचने की घोषणा के बाद से न्यूयार्क ट्रेड में मैनचेस्टर युनाइटेड के शेयर 13 फीसद की बढ़त से शुरू होकर 14 फीसद तक बढ़ चुके हैं। एशियाई दिग्गज खासकर चीन के बड़े व्यापारी हाल के दिनों में अंग्रेजी क्लबों को खरीदने में रुचि दिखा चुके हैं। युनाइटेड के प्रीमियर लीग में पांचवें स्थान पर रहने से ग्लेजर परिवार दबाव में है। विश्व कप के बाद इंग्लिश प्रीमियर लीग दोबारा शुरू हो जाएगा।
रोनाल्डो पर लगा दो मैच का बैन रोनाल्डो पर लगा दो मैच का बैन
मैनचेस्टर युनाइटेड के पूर्व फारवर्ड क्रिस्टियानो रोनाल्डो पर दो मैच का बैन और 50 हजार पाउंड (लगभग 49 लाख रुपये) का जुर्माना लगा है। उन्होंने एवर्टन में इंग्लिश प्रीमियर लीग के पिछले सत्र के एक मैच के बाद फैन के हाथ से उनका फोन फेंक दिया था। उनके ऊपर लगा यह बैन तब लागू होगा जब वह किसी देश में नए क्लब के साथ जुड़ेंगे। यह विश्व कप में लागू नहीं होगा। पुर्तगाल के 37 वर्षीय स्टार फुटबालर मंगलवार को मैनचेस्टर युनाइटेड से आपसी सहमति से बाहर हो गए। नौ अप्रैल को हार के बाद उनका फैन से विवाद हो गया था, इसके बाद उन्हें पुलिस की ओर से चेतावनी भी दी गई थी। इंग्लैंड की फुटबाल संघ ने उनपर अनुचित व्यवहार का आरोप लगाया, जिसके बाद उनपर यह कार्रवाई की गई है।