दीपक शर्मा की रिपोर्ट उमरिया –विकास के नाम पर गोवर्दें, मानपुर सिगुड़ी और सेमरा इन चार पंचायत को मिलाकर नगर परिषद मानपुर का गठन तो कर दिया गया लेकिन यहां के नागरिक आज भी अपने विकास की बाट जोहं रहे हैं क्योंकि यहां पर नगर परिषद के गठन के पश्चात सी सी रोड और नाली निर्माण के अलावा इसका कोई भी कायाकल्प नहीं हो सका अगर नगर के कायाकल्प की बात ही चल निकली है तो बता दें कि यहां पर एक करोड़ से भी ज्यादा की राशि नप के खाते में कायाकल्प योजना की पड़ी-पड़ी सड़ रही है। सूत्रों की माने तो उक्त योजना की राशि नप इंजीनियर साहब के एस्टीमेट बनाकर ना जमा करने के कारण अब तक खर्च नहीं की जा सकी है इतना ही नहीं जानकारों की माने तो नगर परिषद मानपुर के गठन से ही यहां पर पदस्थ उपयंत्री महोदय द्वारा परिषद में पड़े हुए दर्जनों प्रस्ताव पर किया जाने वाला तकनीकी कार्य नहीं किया गया जिसके कारण ऐसे कई प्रस्ताव नप फाइलों में पड़े-पड़े धूल धूसरित हो रहे हैं जन चर्चा यह भी है कि इंजीनियर साहब के द्वारा उन्हीं कार्यों का एस्टीमेट बनाने में दिलचस्पी ली जाती है जिसमें उनका हक हिस्सा मिल जाता है और शेष अन्य निर्माण कार्यों पर तकनीकी कार्य करने की उनके पास फुर्सत ही नहीं। विदित हो कि मानपुर नगर पूर्व से ही एक बड़ी पंचायत के रूप में संस्थित थी जिससे यहां पर सड़क और नाली तथा पेयजल आपूर्ति इत्यादि का निर्माण पूर्व में ही पंचायत कार्यकाल में ही कराया जा चुका था फिर अब यहां पर परिषद के द्वारा सड़क और नाली निर्माण की कवायत की फेहरिस्त चलाना महज नगर परिषद का भारी भरकम बजट गलाना ही सिद्ध करता है जिसमें सब का हक़ हिस्सा भी मिलता रहता है परिषद के जिम्मेदारों को नगर को सुंदर बनाकर शुव्यवस्थित करने में कोई दिलचस्पी नहीं। यहां तक की मानपुर में लोगों के मांगलिक और सामाजिक कार्यों हेतु बनाए गए एकमात्र भवन मंगल भवन में भी नगर परिषद ने अपना कार्यालय खोलकर इसमें कब्जा कर रखा है जिससे लोगों को महंगे बारात घरों और होटलों का रुख करना पड़ता है और अपनी गाढ़ी कमाई लूटानी पड़ती है जो आम नागरिकों के लिए एक परेशानी का शबब है।इसके अतिरिक्त भी यहां पर शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं के तहत परिषद के गठन के 2 वर्षों से भी ज्यादा का समय यानी परिषद के आधे कार्यकाल के गुजर जाने के बावजूद एक भी आवास का नवनिर्माण नहीं किया जा सका पंचायत कार्यकाल में स्वीकृत आवासों की राशि जारी कर उनका ही निर्माण संभव हो सका है इसके अतिरिक्त यहां पर गौशाला निर्माण पार्क निर्माण आदि का भी कोई काम अब तक शुरू नहीं हो सका। ऐसे में मानपुर नगर को सुंदर बनाकर नगर के कायाकल्प कि आस लगाए बैठे यहां के नागरिकों ने शासन प्रशासन से नगर के समूचे विकास की गुहार लगाई है।




