नई दिल्ली : ट्रेनों में बेटिकट यात्री (Without Tickets Passengers in Train) खूब चलते हैं। इन्हे पकड़ने के लिए रेल महकमे ने टीसी (TC) की व्यवस्था कर रखी है। लेकिन बेटिकट यात्री टीटी (TTE) को भी चकमा दे देते हैं। टीटीई वो होते हैं, जो ट्रेन में यात्रा कर रहे यात्रियों का टिकट चेक करते हैं। वहीं, टीसी प्लेटफॉर्म पर घूम रहे यात्री का टिकट चेक करते हैं। कई टीटीई तो जुर्माना वसूलने में रिकॉर्ड बना देते हैं। पूर्वोत्तर रेलवे के 10 टीटीई ने रेलवे का खजाना भर दिया है। एनईआर (NER) रेलवे ने सबसे ज्यादा जुर्माना वसूलने वाले 10 टीटीई की लिस्ट जारी की है। इनमें से 2 टीटीई ने पूरे वित्त वर्ष में दो करोड़ से ज्यादा का जुर्माना वसूला है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि भारतीय रेल (Indian Railways) में पहली बार किसी टीटीई ने 2 करोड़ का जुर्माना वसूला है।
18.53 लाख बेटिकट यात्रियों से 130 करोड़ वसूला
पूर्वोत्तर रेलवे में आमतौर पर काफी अधिक बेटिकट यात्रियों से जुर्माना वसूला जाता है। नॉर्थ ईस्ट रेलवे ने बीते वित्त वर्ष में 18.53 लाख बेटिकट यात्रियों से करीब 130 करोड़ रुपया जुर्माने के रूप में वसूला है। इससे पिछले साल 110 करोड़ रुपया जुर्माना वसूला गया था।
इन टीटीई ने वसूला सबसे अधिक जुर्माना
पूर्वोत्तर रेलवे में वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान सबसे ज्यादा जुर्माना रिजवान उल्लाह ने वसूला है। उन्होंने 2,01,14,080 रुपये वसूले। वहीं, दूसरे नंबर पर जगप्रीत हैं। उन्होंने 2,01,09,700 रुपये वसूले। ये दोनों ही टीटीई गोरखपुर में पोस्टेड हैं। तीसरे नंबर पर अजय सिंह हैं, जिन्होंने 1,47,46,370 रुपये वसूले। जुर्माना वसूलने का अभियान चलाने से काफी फायदा हुआ है। एक दर्जन से ज्यादा स्क्वाड टीम और अधिकारियों-कर्मचारियों के प्रयास से इतनी बड़ी संख्या में जुर्माना वसूला गया। इस अभियान में बिना बुक सामान के 15 हजार से ज्यादा मामले भी पकड़े गए। इनसे रेलवे को 40 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
कितना लगता है जुर्माना
बेटिकट पकड़े जाने पर अब पूरे रूट के टिकट पर जुर्माना लगता है। अगर दिल्ली से लखनऊ रूट की ट्रेन है, तो दिल्ली से लखनऊ तक का टिकट बनाया जाएगा और उस पर जुर्माना भी लगेगा। यह जुर्माना स्लीपर क्लास में 250 रुपये, थर्ड एसी में 430 रुपये और सेकेंड एसी में 615 रुपये है।