मनीला: अमेरिका और चीन के बीच ताइवान को लेकर तनाव बढ़ता ही जा रहा है। चीन ने तीन दिन तक ताइवान को डराने के लिए चौतरफा बारूदी बारिश की। अब अमेरिका इसका करारा जवाब देने की तैयारी कर रहा है। अमेरिका ने फिलीपीन्स के साथ अब तक का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास शुरू किया है। इसमें दोनों ही देशों के करीब 17 हजार से ज्यादा सैनिक हिस्सा ले रहे हैं। इस दौरान दक्षिण चीन सागर में एक पुराने जहाज पर लाइव फायर ड्रिल भी किया जाएगा। अमेरिका इससे पहले अपने जंगी जहाज को दक्षिण चीन सागर से भेजा था।
चीन के अभ्यास पर जापान भी लाल
अमेरिकी सेना ने कहा कि इस तरह की गतिविधि अमेरिका और फिलीपीन्स की सेना के विभिन्न सैन्य अभियानों में एक साथ काम करने की क्षमता बढ़ाएगी। यह अमेरिकी सैन्य अभ्यास ऐसे समय पर होने जा रहा है जब चीन ने ताइवान के चारों ओर 3 दिनों तक अभ्यास किया है। ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग वेन ने इसे क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए खतरा करार दिया है और जापान ने कहा है कि यह डराने वाला है। फिलीपीन्स पर हाल के दिनों में चीन का दबाव काफी बढ़ गया है जो पूरे दक्षिण चीन सागर को अपना बताता है।
इससे पहले फरवरी में फिलीपीन्स ने कहा था कि चीनी के तटरक्षक बल के जवान ‘मिलिट्री ग्रेड लेजर’ का इस्तेमाल उसके नौसैनिकों के खिलाफ कर रहे हैं। ये नौसैनिक दक्षिण चीन सागर के द्वीप थोमस शोअल गए थे। इस दौरान चीन के कोस्टगार्ड ने लेजर वेपन से हमला किया। फिलीपीन्स ने कहा कि यह द्वीप उसके विशेष आर्थिक क्षेत्र में आता है। चीन की बढ़ती दादागिरी के बीच फिलीपीन्स ने हाल ही में अपने देश में 4 अमेरिकी अड्डे बनाने की मंजूरी दे दी है। इससे चीन बुरी तरह से भड़का हुआ है।