लीबिया के समुद्र तट पर प्रवासियों से भरा एक जहाज डूब गया। इस हादसे में महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 61 प्रवासी डूब गए। यह जानकारी लीबिया में अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम) ने शनिवार को सोशल मीडिया पर दी।
इतने लोग थे सवार
आईओएम ने जिंदा बचे लोगों के हवाले से बताया कि जहाज में कुल 86 लोग सवार थे। यह लीबिया के ज्वारा शहर से रवाना हुआ था।
लीबिया के सहारे यूरोप जाना चाहते हैं
बता दें, समुद्र के रास्ते यूरोप पहुंचने के इच्छुक लोगों के लिए लीबिया एक मेजर लॉन्चिंग पॉइंट है। अफ्रीका और मध्य पूर्व में स्थित मुल्कों के लोग अपने यहां हो रहे युद्ध और अशांति से बचने के लिए लीबिया के रास्ते यूरोप जाना चाहते हैं। इन रास्तों पर सैन्य गुटों द्वारा मानव तस्करी नेटवर्क चलाए जाते हैं, जो तटीय क्षेत्रों को नियंत्रित करते हैं। वे प्रवासियों को खतरनाक भूमध्य सागर के माध्यम से जोखिम भरी यात्रा कराते हैं। हाल के महीनों में, लीबिया में सुरक्षा बलों ने कथित तौर पर प्रवासियों को हिरासत में लेकर कार्रवाई की है।
इससे पहले भी हो चुके हैं हादसे
गौरतलब है, प्रवासियों के डूबने की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं। इसी तरह की एक घटना जून में हुई थी, जब 79 प्रवासी डूब गए थे और सैकड़ों अन्य लापता हो गए। फरवरी में एक तूफान के दौरान इटली के कैलाब्रियन तट पर उनकी नाव चट्टानों से टकरा गई थी, जिससे 96 लोगों की मौत हो गई थी। इस तरह के और कई मामले हैं।
जहाज लीबिया से रवाना हुआ
एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि जहाज लीबिया से रवाना हुआ था। वहीं शिपिंग मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि इस पर सवार अधिकांश लोग मिस्र, सीरिया और पाकिस्तान से थे।यूनान के सरकारी प्रसारक ईआरटी ने बताया कि जहाज लीबिया के टोब्रुक शहर से इटली जा रहा था, जो यूनान के क्रेते द्वीप के दक्षिण में स्थित है।