सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग ने नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय एसएमई कन्वेंशन में प्रमुख राज्य भागीदार के रूप में हिस्सा लिया। केंद्रीय सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय और विदेश मंत्रालय द्वारा इंडिया एसएमई फोरम के साथ अंतर्राष्ट्रीय एसएमई कन्वेंशन का तीसरा संस्करण आयोजित किया था।
अंतर्राष्ट्रीय एसएमई कन्वेंशन में 51 देशों के प्रतिनिधियों सहित 1700 से अधिक व्यापार प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। यह कन्वेंशन दुनिया भर के प्रगतिशील उद्यमियों के बीच विचार-विमर्श के लिए एक प्रभावी मंच उपलब्ध कराती है। इसका उद्देश्य दुनियाभर में छोटे और मध्यम उद्यम के बीच प्रासंगिक व्यापार साझेदारी और व्यापार हेतु अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को बढ़ावा देना है।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओम प्रकाश सकलेचा ने विभिन्न देशों से आए शासकीय और व्यापारिक प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की। इसमें इसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, वेनेजुएला, क्यूबा, ग्वाटेमाला, संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन आदि के प्रतिनिधि शामिल थे। प्रतिनिधियों के साथ चर्चा में दोनों देशों के बीच व्यापारिक अवसर और सहयोग (विशेषकर मध्य प्रदेश के संदर्भ में) शामिल थी।
राज्य भागीदार के रूप में मध्यप्रदेश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग का "एडवांटेज मध्यप्रदेश" पर केंद्रित विशेष सत्र आयोजित हुआ। सत्र में विदेश मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह उपस्थित रहे। मंत्री श्री सकलेचा ने मध्यप्रदेश में एमएसएमई इको सिस्टम को तेजी से विकसित करने के लिए अपेक्षित सहयोग को रेखांकित किया। उन्होंने मध्यप्रदेश में व्यापार के लिए अनुकूल वातावरण बनाने के लिए मध्यप्रदेश शासन एवं सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग के प्रयासों को विस्तार से बताया।
मंत्री श्री सकलेचा ने कहा कि वे स्वयं एक उद्यमी होने के नाते उद्यमियों के सामने आने वाली चुनौतियों को समझते हैं। इसलिए मध्यप्रदेश शासन ने इस तरह की नीति बनाई है जिससे उद्यमियों को कोई परेशानी न हो और वह जल्द से जल्द अपना व्यवसाय शुरू कर अर्थव्यवस्था को विकसित करने में भागीदार बन सके। पिछले 10 वर्षों में एमएसएमई के पारिस्थितिकी तंत्र में बड़ा बदलाव देखने में आया है प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के विजन अनुसार उद्यमियों के लिए मध्यप्रदेश में विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा और सक्षम वातावरण प्रदान करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
मंत्री श्री सकलेचा ने आत्मनिर्भर भारत के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए केंद्रीय मंत्री केंद्रीय मध्यम केंद्रीय सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री नारायण राने से प्रौद्योगिकी सलाहकार बोर्ड बनाने का आग्रह किया। जिसमें सभी राज्य अपनी बेस्ट प्रैक्टिसेज और तकनीक को एक दूसरे से साझा कर सकेंगे। अंत में मंत्री श्री सकलेचा ने कोविड महामारी के दौरान पूरे विश्व में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर संयुक्त संचालक श्री हरिराम मुजाल्दा सहायक संचालक सुश्री तृप्ति पाटिल और श्री जयंत सिंह सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी और विदेशों से आए शासकीय और व्यापारिक प्रतिनिधि उपस्थित रहें।