सूरज मिश्रा ब्यूरो उन्नाव
बांगरमऊ, उन्नाव। नगर में नानामऊ मार्ग स्थित कृष्ण लीला मैदान में आयोजित 72 वें कृष्ण लीला महोत्सव में वृंदावन धाम से पधारे स्वामी भारत भूषण जी द्वारा मीराबाई लीला का मंचन किया गया। पूर्व चेयरमैन इजहार खां गुड्डू ने मंच पर दीप प्रज्जवलित कर लीला का शुभारंभ किया। गुरुवार को लीला के रसपान हेतु श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।
कृष्ण भक्त मीरा के गांव में एक संत द्वारा आयोजित आध्यात्मिक आयोजन में अंजनी मां के साथ गई मीरा गिरधर गोपाल की मूर्ति के दर्शन करने गईं। उन्हें भगवान कृष्ण की मूर्ति देखकर अपना पूर्व जन्म याद आ गया। वह संत से मूर्ति देने की जिद करने लगीं। किंतु संत ने मूर्ति देने से इंकार कर दिया। तब मीरा ने प्रतिज्ञा की कि गिरधर गोपाल की मूर्ति प्राप्त होने तक वह अन्न-जल ग्रहण नहीं करेंगी। मीरा की भक्ति देखकर गिरधर गोपाल प्रसन्न हो गए और उन्होंने स्वप्न में संत को आदेशित किया कि मीरा मेरी भक्त है। तुम उसे मेरी मूर्ति दे दो। प्रातः संत नगर पहुंचकर गिरधर गोपाल की मूर्ति मीरा को दे देते हैं और मूर्ति पाकर प्रसन्न मीरा कृष्ण की भक्ति में लीन हो जाती है। अंततः मीरा वृंदावन पहुंच गई और बिहारी जी का सानिध्य प्राप्त कर कृष्ण भक्ति में लीन हो गई। लीला के अंत में समिति के अध्यक्ष सुधीर कुमार मिश्रा, मंगल यादव, अवधेश द्विवेदी व आनंद भट्ट रमलू आदि ने आरती कर लीला का समापन किया।