चित्रकूट। विकासखंड के ग्राम पंचायत भारतपुर में मनरेगा के तहत हुए काम का पैसा फंसाने का मामला सामने आया है। यहां सचिव और ठेकेदार पर गंभीर आरोप लगे हैं। प्रधान पति की मौत के बाद ग्राम प्रधान के बेटे ने गांव के विकास कार्यों के लिए लगातार सचिव से संपर्क साधा, लेकिन सचिव और ठेकेदार ने उसकी कोई सुनवाई नहीं की।
मनरेगा के तहत हुए थे काम, ठेकेदार ने नही किया भुगतान
भारतपुर ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना के अंतर्गत कई कामों का ठेका दिया गया था। कार्यों के पूरा होने के बाद ठेकेदार ने भुगतान करवाया, पर ग्राम प्रधान को इसका लाभ नहीं मिला। ग्राम प्रधान के अनुसार, सचिव और ठेकेदार ने मिलकर उनके हक का पैसा ले लिया है, जिससे प्रधान को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पूर्व प्रधान ने मीडिया से लगाई न्याय की गुहार
इस मामले में पूर्व प्रधान ने मीडिया से न्याय की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि भ्रष्टाचार का खेल ऊपर से नीचे तक फैला हुआ है और प्रधान को उसका हक नहीं मिल पा रहा है। सचिव और उच्च अधिकारियों पर ठेकेदार से बंधा हुआ कमीशन का आरोप भी लगाया गया है।
बीमारी के चलते प्रधान पति की हो चुकी है मौत
कुछ महीने पहले ही ग्राम प्रधान पति की बीमारी के चलते मौत हो चुकी है, जिसके बाद प्रधान के बेटे ने कार्यभार संभाला। लेकिन सचिव और ठेकेदार के रवैये से परेशान होकर उन्होंने कई बार फोन लगाया, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।
मनरेगा के तहत भ्रष्टाचार का खुलासा जल्द
माना जा रहा है कि मनरेगा के तहत भारतपुर में हुए भ्रष्टाचार का खुलासा जल्द हो सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि इस मामले में अधिकारियों की निष्क्रियता से गांव के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं।