धनारी थाना क्षेत्र में बुधवार देर रात नाबालिग बेटे ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर पिता की धारदार चाकू से गला रेतकर हत्या की थी। पुलिस ने हत्यारोपी नाबालिग व उसके दोनों साथियों को गिरफ्तार कर लिया। विवेचना के दौरान सामने आया कि संपत्ति में हिस्सा नहीं देने व भरण पोषण की धनराशि न मिलने से नाराज होकर बेटे ने वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त बाइक व चाकू के साथ ही मृतक की बाइक भी बरामद कर ली है।
थाना क्षेत्र के भकरौली निवासी राकेश की बुधवार देर रात हत्या कर शव गांव निवासी छन्नू सिंह के खेत में फेंक दिया था। मृतक की मां चंद्रवती ने संपत्ति के विवाद में पुत्रवधू व पोते पर हत्या का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया था। एसपी द्वारा गठित थाना पुलिस के साथ ही स्वाट व सर्विलांस की टीम भी हत्या की वारदात के सफल अनावरण में जुटी थी। पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह गुनावत ने रविवार को प्रेसवार्ता कर जानकारी दी कि मृतक राकेश के नाबालिग बेटे ने अपने दो साथियों सुमित उर्फ डीपी और जितेंद्र निवासी गांव आलपुर थाना बहजोई के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। हत्यारोपियों से पूछताछ की गई, तो उन्होंने स्वीकार किया है कि राकेश अपनी पत्नी व बेटी को भरण पोषण नहीं दे रहा था। पत्नी के हिस्से की आधी जमीन नहीं देकर बेच रहा था। इसी कारण राकेश के नाबालिग बेटे ने अपने साथियों के साथ मिलकर जंगल में धारदार चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी। मृतक के नाबालिग बेटे को पुलिस ने घटना में प्रयोग की गई बाइक एवं हत्या में प्रयोग किया गया चाकू और खून से सने कपड़ों के साथ अफजलपुर तिराहे से गिरफ्तार किया है। वहीं सुमित उर्फ डीपी और जितेंद्र को सिंहपुर गेट बहजोई से गिरफ्तार किया है, इनके पास से राकेश की बाइक बरामद की गई है।