कलेक्टर श्री अजीत वसन्त ने आज जल संसाधन संभाग द्वारा संपादित मनरेगा/अभिशरण मद से कराए गये कार्यो का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने कहा कि जल संसाधन विभाग द्वारा कराए गये नहर मरम्मत एवं अन्य कार्यो से किसानो के खेतो तक पानी पहुंचना आसान हो गया है। आज निरीक्षण के दौरान उन्होने चेचन पारा स्टॉप कम काजवे मरम्मत कार्य (9 गेट) तेलसी माइनर का सीसी लाईन कार्य (आरडी0 से 800 मीटर तक) एवं बिंजली जलाशय से आरडी 600 मीटर के दायें कुलापे से वाटर कोर्श (काडा नाली) कार्यो का निरीक्षण किया। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री देवेश कुमार ध्रुव, कार्यपालन अभियंता श्री अजय चौधरी सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
इस दौरान कलेक्टर ने जल संसाधन विभाग द्वारा निर्मित पुराने नहरों के जिर्णोद्धार एवं नहर लाइनिंग के कार्यो के और प्रस्ताव भेजने के निर्देश जल संसाधन विभाग के अधिकारी को दिये। उन्होने कहा कि नहरों की लाइनिंग होने पानी की बचत होती है एवं पानी तेजी से नहर कें अंतिम छोर के कमांड तक पहुंचता है। उन्होने कृषकों को सिचांई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए नई काडा नालियों के भी प्रस्ताव देने को कहा। उन्होने कहा कि जिले के किसान जल संसाधन विभाग द्वारा निर्मित किये गये नहर नालियों से उपलब्ध जल का उपयोग गर्मी के मौसम में धान के स्थान पर अन्य दूसरी फसलों को उगाने मे ंकरें। इससे पानी की बचत भी होगी और पर्याप्त मात्रा में अन्य दूसरी प्रकार की फसलों का उत्पादन भी होगा।
इस दौरान जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री अजय चौधरी ने बताया कि मनरेगा मद के तहत् जल संसाधन विभाग द्वारा 9 चेक डेम निर्माण कार्य का प्रस्ताव एवं नरवा कार्यक्रम के अंतर्गत 10 स्टॉप डेम के मरम्मत के कार्यो के प्रस्ताव जिला पंचायत कार्यालय में प्रस्तुत कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन के प्राथमिकता वाली योजना नरवा के तहत् जिले में पहले से निर्मित स्टॉप डेमों में मरम्मत कार्य एवं कड़ी सटर के स्थान पर गेट लगाने के कार्यो को प्रस्तावित करने के लिए भी निर्देश दिये गये है। इससे गर्मी के मौसम मे ंपर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध रहेगा एवं इस पानी से रबी की फसल किसानों द्वारा ली जा सकेंगी।