पोलैंड ने मंगलवार को कहा कि उनके देश में रूस में बनी 2 मिसाइलें गिरी हैं। इसकी वजह से 2 लोगों की जान गई। इधर, रूस ने साफ-साफ इनकार कर दिया है कि उन्होंने पोलैंड में मिसाइलें नहीं दागी हैं। यह साजिश का हिस्सा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी कहा- पोलैंड में रूस की मिसाइलें गिरना संभव नहीं लगता है। प्राइमरी इन्वेस्टिगेशन में सामने आया है कि ये मिसाइलें यूक्रेनी सैनिकों की जवाबी कार्रवाई के बाद पोलैंड में गिरी हैं।
G-20 मीटिंग के बीच पोलैंड के इस आरोप से तीसरे विश्वयुद्ध की आशंका बढ़ गई है। वजह पोलैंड NATO का हिस्सा है। अगर उसके आरोप सही हैं तो संधि के तहत सभी NATO देश मिलकर रूस को जवाब दे सकते हैं। वहीं, G-20 में मौजूद अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बाइडेन ने तुरंत इमरजेंसी मीटिंग बुलाई।
- PM नरेंद्र मोदी बोले- दोनों देशों बातचीत के रास्ते ढूंढें। दुनिया में शांति के लिए हमें साथ मिलकर काम करना होगा।
- इंडोनेशिया राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा- अगर युद्ध नहीं रुका तो दुनिया के लिए आगे बढ़ना मुश्किल होगा।
- राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा- वो मॉस्को पर दबाव बनाएं, जिसने यूक्रेन को बर्बाद करके, वैश्विक अर्थव्यवस्था को मुश्किल में डाला।
- ब्रिटिश PM ऋषि सुनक बोले- यूक्रेन-रूस वॉर से महंगाई और दूसरी समस्याएं बढ़ी हैं। किसी एक देश के कारण भविष्य को अंधकार में नहीं डाल सकते।
- जेलेंस्की ने वीडियो मैसेज में जंग खत्म करने के लिए 10 शर्तें दोहराईं। इनमें रूसी सैनिकों की वापसी, यूक्रेनी नियंत्रण की पूर्ण बहाली शामिल है।
- जी-20 लीडर्स ने एक घोषणापत्र भी जारी किया, जिसमें जंग की आलोचना के साथ यूक्रेन से रूसी सैनिकों की बिना शर्त वापसी की मांग की गई है।
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रूसी हमलों के बाद पोलैंड ने बुलाई आपात बैठक
पोलैंड के PM माटुस्ज मोराविकी ने मिसाइल गिरने की खबरों के बाद आपात बैठक बुलाई है। सरकार के प्रवक्ता पिओतर मुलर ने कहा कि मामले की जांच जारी है। रूसी राजदूत से भी इस घटना पर तत्काल स्पष्टीकरण मांगा गया है। उधर यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की बोले NATO देश पर हमला गंभीर मामला है। रूस पर कार्रवाई होनी चाहिए।व्हाइट हाउस ने कहा कि प्रेसिडेंट बाइडेन ने मामले को लेकर पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा के साथ फोन पर बात की है। अमेरिका और ब्रिटेन के अलावा नाटो भी मामले की जांच कर रहा है।
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अमेरिका ने रूस को दी चेतावनी
अमेरिका ने कहा कि वह अपने नाटो मेंबर पोलैंड में मिसाइल गिरने की जांच कर रहा है। इसके साथ ही लगातार पोलिश अधिकारियों के साथ मामले को लेकर बातचीत भी कर रहा है। रूस को चेतावनी भी दी है। नाटो के महासचिव स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि हम नाटो क्षेत्र के हर इंच की रक्षा करेंगे।हालांकि, व्हाइट हाउस ने कहा है कि हम पोलैंड से आने वाली खबरों की पुष्टि नहीं कर सकते हैं। हमारी टीम अधिक जानकारी जुटाने के लिए पोलिश सरकार के साथ काम कर रही है।
क्या है नाटो?
NATO का पूरा नाम नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन है। यह यूरोप और उत्तरी अमेरिकी देशों का एक सैन्य और राजनीतिक गठबंधन है। नाटो संधि का आर्टिकल-5 कहता है कि यदि नाटो के किसी भी देश पर हमला होता है, तो नाटो के बाकी मेंबर देश इस हमले को सभी सदस्यों पर हमला मानेंगे। सहयोगी देश की मदद के लिए आगे आएंगे और कार्रवाई करेंगे।नाटो में अमेरिका, फ्रांस, बेल्जियम, लक्जमर्ग, ब्रिटेन, नीदरलैंड्स, कनाडा, डेनमार्क, पोलैंड, आइसलैंड्स, इटली, नार्वे, पुर्तगाल समेत 30 देश हैं।