रायबरेली। रविवार से नवरात्र शुरू हो रहे हैं। शनिवार को पितृपक्ष समाप्त होते ही बाजार में खरीदारों की भीड़ उमड़ने लगेगी, जिसको देखते हुए मूर्ति, श्रृंगार और पूजा सामग्री के लिए बाजार सज गए हैं। देवी मंदिरों के रंग रोगन का काम भी अंतिम चरण में है। दुकानदारों ने चुनरी, माला, मूर्तियां, घंटी, पंचमेवा, माता की पोशाक सहित पूजा से जुड़ी सामग्री दुकानों पर सजानी शुरू कर दी है।
मंशादेवी मंदिर के पास पूजा सामग्री बेचने वाले अमित कुमार का कहना है कि नवरात्र में मां दुर्गा को लाल रंग के वस्त्र और श्रृंगार सामग्री चढ़ाई जाती है। मंदिर में आने वाले श्रद्धालु फूलों के साथ नारियल की माला भी चढ़ाते हैं। प्रसाद में पंचमेवा की डिमांड सबसे ज्यादा रहती है। लाल रंग की चुनरी की सबसे ज्यादा बिक्री होती है। बाजार में 10 रुपये से लेकर 1500 रुपये तक की चुनरी उपलब्ध हैं। इस बार माला, चुनरी और मूर्तियों की कई वैरायटी बाजार में उपलब्ध हैं।
इन खास मूर्तियों की होती है डिमांड
सत्यनगर निवासी मूर्तिकार संतोष प्रजापति ने बताया कि श्रद्धालु घर पर स्थापित करने के लिए छह इंच से लेकर एक फीट तक की मूर्तियां खरीदते हैं। बाजार से 100 से 1450 रुपये तक मूर्तियां उपलब्ध हैं। पूजा पंडाल में बड़ी मूर्तियां स्थापित की जाती हैं। मां दुर्गा के साथ भगवान गणेश, लक्ष्मी, सरस्वती और कार्तिकेय की मूर्तियों का सेट 8500 रुपये में दिया जा रहा है।
ये है फलों के दाम
फलमंडी में भी इस बार फलों के दाम सामान्य दिनों की तरह हैं। सेब 100 से 120, संतरा 80 से 100 और अनार 150 से 200 रुपये में बिक रहा है। केला 50 से 60 रुपये दर्जन है। हर बार की तरह इस बार भी व्रत में फलों की मांग ज्यादा रहेगी।