नई दिल्ली: 31 मार्च से शुरू हो रहे इंडियन प्रीमियर लीग के शुरुआती मुकाबले फीके हो सकते हैं, क्योंकि साउथ अफ्रीकी प्लेयर्स नेशनल ड्यूटी के चलते नहीं खेल पाएंगे। साउथ अफ्रीका को 31 मार्च और दो अप्रैल को नीदरलैंड्स के खिलाफ आईसीसी वर्ल्ड कप क्वॉलिफायर में 50-50 ओवर्स के दो मैच खेलने हैं। इससे उसके टॉप खिलाड़ी पहले दो मैचों में अपनी-अपनी फ्रेंचाइजी टीमों के लिए नहीं खेल पाएंगे।
इन खिलाड़ियों में एडन मार्करम, क्विंटन डिकॉक, लुंगी एनगिडी, डेविड मिलर, मार्को यानसेन, कागिसो रबाडा, एनरिच नॉर्ट्जे और सिसांदा मगाला जैसे बड़े नाम हैं। सबसे ज्यादा नुकसान तो सनराइजर्स हैदराबाद का होगा, जिन्होंने इस सीजन एडन मार्करम को ही अपना कप्तान बनाया है। हेनरिच क्लासेन, और मार्को यानसेन भी इसी टीम से खेलते हैं।
इसके अलावा लखनऊ सुपर जायंट्स अपने ओपनर क्विंटन डीकॉक की अनुपस्थिति में नई प्लानिंग के साथ उतरेगी। टीम पहले दो मैचों में वेस्टइंडीज के काइल मेयर्स या दीपक हुड्डा को कप्तान केएल राहुल का ओपनिंग जोड़ीदार बना सकती है। इससे लखनऊ को अपने नियमित ओपनर डीकॉक की कमी खलेगी जबकि पहले मैच में उनकी प्रतिद्वंद्वी दिल्ली कैपिटल्स एनरिच नॉर्ट्जे और लुंगी एनगिडी के बिना मैदान में उतरेगी। लखनऊ की टीम एक अप्रैल को लखनऊ में दिल्ली कैपिटल्स से भिड़ेगी, जिसके बाद वह चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ अपने अगले मुकाबले के लिए चेन्नई रवाना होगी।