शिमला। डीजीपी संजय कुंडू की ओर से दर्ज करवाई गई शिकायत मामले में नया मोड़ आ गया है। डीजीपी ने बीते रोज छोटा शिमला थाने में निशांत शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। अब पालमपुर निवासी निशांत शर्मा ने एसपी शिमला को ई मेल कर डीजीपी के खिलाफ शिकायत दी है। उन्होंने डीजीपी के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग उठाई है।
शिकायत में किया था घटनाक्रम का पूरा जिक्र
एसपी शिमला को दी शिकायत में उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम का जिक्र किया था। उन्होंने कहा कि हरियाणा के गुड़गांव से यह पूरा प्रकरण शुरू हुआ था जो अब शिमला तक पहुंच गया है। एसपी शिमला को लिखी शिकायत में निशांत शर्मा ने कहा कि पिछले तीन महीनों से उसे व उसके परिवार को लगातार धमकियां मिल रही है व हमले किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वे इस मामले को लेकर प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, राज्यपाल, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सचिव गृह को भी पत्र लिख चुके हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें व उनके परिवार को मानसिक व शारीरिक रूप से परेशान किया जा रहा है।
डीजीपी ने एक झूठा और मनगढ़ंत मामला दर्ज किया- निशांत शर्मा
पिछले तीन महीनों से लगातार उनके साथ यह व्यवहार किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक शिमला को भेजी शिकायत में निशांत शर्मा ने कहा किबीते रोज मेरे खिलाफ हिमाचल प्रदेश के डीजीपी ने एक झूठा और मनगढ़ंत मामला दर्ज किया है। निशांत शर्मा ने मीडिया को भी कई पत्र दिए हैं। इसमें वह ई मेल भी है जो उन्होंने डीजीपी को लिखी है। वहीं जिन नंबरों से उन्हें फोन आए हैं और वॉटसएप पर बातचीत हुई है उसका भी जिक्र किया है। यह मामला अब रोचक हो गया है। इसके तार पड़ोसी राज्य हरियाणा से भी जुड़ गए हैं।
25 अगस्त को हुआ था हमला
निशांत शर्मा ने कहा कि बीते 25 अगस्त को हरियाणा के गुरुग्राम में उन पर जानलेवा हमला हुआ था। घर के गेट पर गुंडों ने बेरहमी से हमला किया, जिसमें मैं और मेरा दो साल का बेटा घायल हो गए थे। जीवन भर कानून का पालन करने वाला नागरिक होने के बावजूद मेरे बूढ़े और बीमार माता-पिता को अपराधियों से हाथ जोड़कर मुझे, मेरी पत्नी और मेरे बच्चे को बचाने की भीख मांगते रहे। यह सारी घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड है। पुलिस जांच चल रही है। शिकायत में दो व्यक्तियों का जिक्र किया है। इसमें कहा गया है कि इनके आला नेताओं व अधिकारियों के साथ संबंध है।
एसएचओ कर रहे मामले की जांच
डीजीपी की ओर से दी गई शिकायत मामले पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। चूंकि पुलिस मुखिया ने यह शिकायत दर्ज करवाई है इसलिए जांच का जिम्मा खुद एसएचओ छोटा शिमला देख रहे हैं। वहीं डीएसपी स्तर के अधिकारी व एसपी खुद इस मामले पर नजर रखे हुए हैं। इस मामले से जुड़ा सारा रिकार्ड पुलिस ने खंगाल लिया है। डीजीपी की तरफ से दी गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 211, 469, 499, 500 के तहत मामला दर्ज किया है।
डीजीपी संजय कुंडू ने बीते रोज पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उन्हें निशांत शर्मा पुत्र स्व. कमलेश कुमार शर्मा निवासी साई गार्डन पालमपुर ने बीते 29 अक्टूबर को उनकी आधिकारिक ई-मेल पर मेल भेजा था। जिससे पता चलता है कि उसमें लगाए गए आरोप न केवल झूठे और मनगढ़ंत हैं, बल्कि उनकी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के ईरादे से भी लगाए गए हैं।
वरिष्ठ प्राधिकारियों और आम जनता की नजर में उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से यह ई मेल जानबुझ कर भेजे गए थे। ये शिकायत न केवल शिकायतकर्ता की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकती हैं बल्कि सार्वजनिक शांति को भी प्रभावित कर सकती हैं।