नई दिल्ली: भारत एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप में रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ क्रॉसओवर मैच के पेनल्टी शूटआउट में 4-5 से हारकर खिताब की दौड़ से बाहर हो गया। नियमित समय में यह मुकाबला 3-3 की बराबरी पर छूटा था। विश्व रैंकिंग में छठे स्थान पर काबिज भारतीय टीम ने अपने स्तर के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सकी और शुरुआती हाफ में एक समय 2-0 की बढ़त हासिल करने के बाद न्यूजीलैंड को वापसी का मौका दे दिया।
48 साल का इंतजार हुआ लंबा
भारत ने 1973 में आखिरी बार हॉकी वर्ल्ड कप जीता था। उसके बाद से टीम एक बार भी फाइनल या सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पाई है। 2018 में घरेलू मैदान पर ही हुए टूर्नामेंट में टीम इंडिया छठे नंबर पर थी। उस बार टीम ग्रुप राउंड के बाद टॉप पर थी और सीधे क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था। लेकिन वहां नीदरलैंड्स के खिलाफ बढ़त लेने के बाद भी टीम मुकाबले को 2-1 से हार गई थी।
क्रिकेट में भी तोड़ चुका सपना
न्यूजीलैंड ने हॉकी की तरह क्रिकेट में भी भारत का सपना तोड़ा है। 2019 वनडे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया दमदार खेल दिखा रही थी। लेकिन सेमीफाइनल में भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ ही हार मिली थी। 2021 में हुए टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी टीम इंडिया न्यूजीलैंड से हारी थी। इसके अलावा 2021 टी20 वर्ल्ड कप के ग्रुप राउंड में भी न्यूजीलैंड से हारने के साथ ही भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद लगभग खत्म हो गई थी।