चंडीगढ़ : एनआईए ने चंडीगढ़ ग्रेनेड अटैक मामले में वांछित आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि उसने विदेश में खालिस्तानी आतंकवादियों द्वारा रची गई साजिश में महत्वूपूर्ण भूमिका निभाई थी.




यह जानकारी एनआईए ने बुधवार को अपने एक बयान में दी. इसमें बताया गया है कि आतंकवादी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा और हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया पाकिस्तान से अपनी गतिविधियां चला रहे हैं. इनके खिलाफ एनआईए ने पिछले महीने ही इस संबंध में एनआईए ने आरोपपत्र दाखिल किया था.
हालांकि मामले की शुरुआत में अज्ञात व्यक्ति के द्वारा इसको अंजाम देने की बात कही गई थी. लेकिन जांज के दौरान गुरदासपुर पंजाब के अभिजोत सिंह की भूमिका सामने आने के बाद उसे हिरासत में लिया गया.
साथ ही कहा गया है कि अभिजोत पहले से ही एक अन्य थाने पर ग्रेनेड फेंकने के सिलसिले में जेल में है. बताया जाता है कि पाकिस्तान में रह रहे हैप्पी के संपर्क में था, और वह भी इस साजिश का हिस्सा था.
एनआईए के बयान के अनुसार जांच में पता चला कि हैप्पी के निर्देश पर ही अभिजोत ने जुलाई और अगस्त 2024 में कई बार टारगेट स्थान की रेकी की थी. इतना ही नहीं उसने घटना को अंजाम देने के लिए फर्जी नंबर प्लेट वाली बाइक की भी व्यवस्था की थी. यह बाइक चोरी की पाई गई.
बताया जाता है कि हैप्पी ने अगस्त 2024 के दौरान अभिजोत के अलावा पहले से गिरफ्तार एक अन्य आरोप रोहन मसीह को पिस्तौल मुहैया कराई थी. सितंबर 2024 में किए गए हमले का मकसद पंजाब पुलिस के एक रिटायर अफसर को निशाना बनाना था, जिनके बारे में हमलावरों को जानकारी थी कि वह चंडीगढ़ के सेक्टर 10 स्थित घर में रहते थे.
जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि अभिजोत और रोहन अगस्त महीने में दो बार टारगेट किए घर पर गए थे, हालांकि इस दौरान वह घटना को अंजाम देने में कामयाब नहीं हो सके थे. वहीं अभिजोत को गिरफ्तार करने के बाद एनआईए ने अन्य संदिग्धों की शिनाख्त में बुधवार को हरियाणा के करना में एक जगह पर तलाशी भी ली.
