नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के आखिरी दो मैचों के लिए टीम इंडिया का ऐलान हुआ। फैंस की उम्मीद के उलट केएल राहुल टीम इंडिया में बने हुए हैं, लेकिन उन्हें उपकप्तानी गंवानी पड़ी है। उन्हें टीम में बनाए रखने को लेकर पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने सोशल मीडिया पर आंकड़े शेयर करते हुए खूब भड़ास निकाली। इसके बाद पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने भी केएल राहुल के सपोर्ट में कुछ आंकड़े शेयर किए हैं। साथ ही उन्होंने अपने ट्वीट में यह कहते हुए खुद को निष्पक्ष साबित करने की कोशिश की है कि उन्हें टीम इंडिया में कोई लालच नहीं है।
केएल राहुल टीम में तो हैं, लेकिन माना जा रहा है कि उनपर शुभमन गिल को वरीयता दी जाएगी और वह इंदौर टेस्ट में रोहित शर्मा के पार्टनर होंगे। हालांकि, यह तय करना कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा का काम है। राहुल ने अब तक सीरीज में 20, 17 और 1 स्कोर किया, जिसकी वजह से उनकी खूब आलोचना हो रही है। 47 टेस्ट के बाद राहुल का औसत 33.44 हो गया है।भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा ने इसके बावजूद राहुल पर पूरा भरोसा दिखाया। द्रविड़ ने दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में दाएं हाथ के बल्लेबाजों के शतकों का हवाला दिया, जबकि रोहित ने स्कोर के बजाय खिलाड़ी की क्षमता को देखने की बात की। चयनकर्ताओं ने हालांकि राहुल को उप-कप्तानी से हटा दिया, जिससे 30 वर्षीय को बाहर करने का रास्ता साफ हो गया है।
चोपड़ा ने राहुल के 38.64 के स्वस्थ औसत के स्क्रीनशॉट के साथ कहा- SENA देशों में भारतीय बल्लेबाज ने अच्छा किया शायद यही कारण है कि चयनकर्ता, कोच, कप्तान केएल राहुल का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने इस अवधि के दौरान घर पर 2 टेस्ट खेले हैं। रोहित शर्मा और वाशिंगटन सुंदर (केवल 1 टेस्ट) के बाद सभी भारतीय बल्लेबाजों में सर्वश्रेष्ठ औसत (2020 से SENA देशों में) दिख रहा है।
साथ ही चोपड़ा ने कहा कि वह बीसीसीआई में कोई भूमिका नहीं चाहते और न ही टीम इंडिया और आईपीएल टीम में नौकरी चाहते हैं। उनके ट्वीट को वेंकटेश प्रसाद को ट्रोलिंग के तौर पर देखा जा रहा है, जो केएल राहुल पर लगातार हमलावर रहे हैं।