नई दिल्ली: अरबपति गौतम अडानी (Gautam Adani) और मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की जुगलबंदी अब आंध्र प्रदेश में देखने को मिलने वाली है। दरअसल गौतम अडानी और मुकेश अंबानी दक्षिणी भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश में संयुक्त रूप से 25 गीगावॉट बिजली का उत्पादन करेंगे। रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने आंध्र प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries Limited) राज्य में 10 गीगावाट सौर ऊर्जा का निर्माण करेगी। उन्होंने कहा कि रिलायंस रिटेल ने आंध्र प्रदेश के 6 हजार गांवों में एक लाख 20 हजार से अधिक किराना व्यापारियों के साथ साझेदारी की है। डिजिटल युग में भी छोटे व्यापारी फल-फूल सकें इसके लिए उन्हें आवश्यक उपकरणों से लैस किया गया है। अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) करण अडानी (Karan Adani) ने कहा कि उनका समूह अगले कुछ वर्षों में पांच जिलों में 15 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता का निर्माण करने के लिए प्रतिबद्ध है। हालांकि आंध्र प्रदेश में इन परियोजनाओं के लिए कितना निवेश किया जाएगा यह अभी किसी ग्रुप ने नहीं बताया है।
75 बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा
रिलायंस ने पेट्रोकेमिकल्स और रिफाइनिंग में अपनी धाक जमाई है और बिजनस को आगे बढ़ाया है। वहीं अडानी ने कोयला व्यापार में सफलता हासिल की है। हालांकि दोनों समूह तेजी से हरित ऊर्जा के लक्ष्यों से दूर जा रहे हैं। अंबानी ने पिछले साल 75 बिलियन डॉलर की निवेश योजना की घोषणा की थी। वहीं गौतम अडानी ने 70 बिलियन डॉलर खर्च करने का वादा किया था। हालांकि अभी हाल ही में आई अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी समूह को काफी नुकसान उठाना पड़ा है।
अडानी-अंबानी की राज्य में है मजबूत उपस्थिति
रिलायंस और अडानी ग्रुप की राज्य में पहले से ही उपस्थिति रही है। रिलायंस ने KG-D6 बेसिन के विकास और पाइपलाइन के बुनियादी ढांचे में 1.5 ट्रिलियन रुपये (18.3 बिलियन डॉलर) से अधिक का निवेश किया है। उत्पादित की जा रही गैस देश के गैस उत्पादन में लगभग 30% का योगदान करेगी। रिलायंस जिओ का 5G रोल आउट पूरे भारत में 2023 के अंत से पहले पूरा हो जाएगा। रिलायंस रिटेल आंध्र प्रदेश से कृषि और कृषि आधारित प्रोडक्ट को ज्यादा खरीदेगा।
दो सीमेंट प्लांट लगाएगा अडानी ग्रुप
अडानी ग्रुप की आंध्र प्रदेश में 10 मिलियन टन की संयुक्त क्षमता वाले दो सीमेंट प्लांट लगाने की योजना है। अगले पांच वर्षों में और 100 मिलियन टन प्रति वर्ष जोड़कर इसके कृष्णापटनम और गंगावरम बंदरगाहों की क्षमता को दोगुना करने का लक्ष्य है। इसी के साथ ही अडानी ग्रुप इन बड़े बंदरगाहों को औद्योगिक बंदरगाह शहरों में बदलने पर विचार कर रही है। विशाखापत्तनम में 400 मेगावाट का डेटा सेंटर विकसित करने पर भी ग्रुप काम कर रहा है।